केंद्र सरकार ने चीन को कड़ा सबक सिखाते हुए चीन के 59 एप्स को भारत में बंद कर दिया है और अब इनका भारत में प्रयोग नहीं किया जा सकता. इस पर केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बड़ा बयान दिया है.
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नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच सरहद पर तनाव बरकरार है. गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारत के पराक्रमी जवानों ने चीन के 45 सैनिकों को ढेर कर दिया था. इस हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच बहुत तनाव बना हुआ है. देश के जनमानस के आक्रोश को देखते हुए मोदी सरकार ने 59 चर्चित चीनी एप्स को भारत में बन्द कर दिया है. इनका प्रयोग पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है.
भारत के डिजिटल बाजार के लिए बड़ा अवसर- रविशंकर प्रसाद
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि चीनी ऐप्स पर हमने जो प्रतिबंध लगाया है, मुझे लगता है कि यह एक बड़ा अवसर है. क्या हम भारतीयों द्वारा बनाए गए अच्छे ऐप के साथ मार्केट में आ सकते हैं? हमें कई कारणों से अपने एजेंडे पर चलने वाले विदेशी ऐप्स पर निर्भरता को रोकना है.
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भारत में प्रतिभा की कमी नहीं
रविशंकर प्रसाद ने कहा भारत के युवा दुनिया में सबसे अधिक प्रतिभावान और जुझारू हैं. सरकार की ओर से उन्हें प्रोत्साहन दिया जा रहा है. इसके साथ ही इस योग्यता को बड़े स्टार्टअप चलाने वाले लोगों की मदद की जरूरत है. देश में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप की बहुत संभावना है.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमारा मकसद भारत को सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनाने का है. इसके लिए स्टेक होल्डर से बात करके नीति बना ली गई है. हम चाहते हैं कि तमाम डिजिटल मीडियम में आत्मनिर्भर बनने के साथ ही भारत सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने. भारत दुनिया का सॉफ्टवेयर हब बने. चीन के 59 एप्स को प्रतिबंधित करने से देश में अवसर बढ़ेंगे और भारतीय कार्यक्रम मेड इन इंडिया को मजबूती मिलेगी.