एम रामचंद्रन ने स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा 'कोविड रानी' का खिताब पाना चाहती हैं. रामचंद्रन के इस बयान के बाद माकपा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है.
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तिरुवनंतपुरमः कोरोना संकट के दौरान कांग्रेसी नेता कई मौकों पर केवल बयानबाजी करते हैं. बल्कि अब यह प्रवृत्ति विवादास्पद रूप लेती जा रही है, जिससे कांग्रेस खुद ही अपने बयानों में घिर जाती है. राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा के बाद अब कांग्रेस अपने ही एक और नेता के बयान से विवादों में घिर गई है.
केरल कांग्रेस अध्यक्ष एम रामचंद्रन ने शुक्रवार को एक विवादास्पद बयान दिया और राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा पर निशाना साधा. इसके बाद से उन्हें कड़ी प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ रहा है.
बयान की हो रही है निंदा
एम रामचंद्रन ने स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा 'कोविड रानी' का खिताब पाना चाहती हैं. रामचंद्रन के इस बयान के बाद माकपा की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने रामचंद्रन के बयान को लैंगिक भेदभाव करने वाला बताया और इसके लिए उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा. रामचंद्रन यहीं नहीं रुके, उन्होंने यह भी कहा कि निपाह विषाणु फैलने के दौरान शैलजा कोझिकोड में 'अतिथि कलाकार' बन कर गई थीं और उन्होंने 'निपाह राजकुमारी' बनने का प्रयास किया था.
केरल के वित्त मंत्री ने उठाए सवाल
राज्य के वित्त मंत्री टी एम थॉमस आइजेक ने रामचंद्रन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर पर लिखा, 'केपीसीसी अध्यक्ष केरल की स्वास्थ्य मंत्री शैलजा को कह रहे हैं कि निपाह राजकुमारी अब कोविड रानी बनने चली हैं. क्या कोई नेता इतना नीचे गिर सकता है?
उन्होंने लिखा कि इन सबसे शैलजा और केरल सरकार को मिलने वाली वह प्रशंसा कम नहीं होगी जो महामारी से निपटने के लिए उन्हें मिली है.
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कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला के विरोध प्रदर्शन में दिया बयान
वरिष्ठ माकपा नेता बृंदा करात ने रामचंद्रन के बयान की निंदा की और कहा कि इस प्रकार का बयान लैंगिक भेदभाव को दर्शाता है. रामचंद्रन ने कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला के विरोध प्रदर्शन के दौरान विवादास्पद बयान दिया था.
कांग्रेस पर उठते रहे हैं सवाल
कोरोना वायरस से निपटने के दौरान कांग्रेस जिस तरीके से मामले और मुद्दे बनाती रही है, उसे लेकर खुद ही कई सवालों के घेरे में रही है. पिछले दिनों उत्तर प्रदेश सरकार के साथ बसों का मामला सामने आया था. जिसमें प्रियंका वाड्रा सीधे तौर पर घिरीं थीं. तब उनकी ही पार्टी की विधायक रहीं अदिति सिंह ने भी इसकी निंदा की थी.
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