World Diabetes Day: डायबिटीज के खतरे को पहचानना क्यों है जरूरी? आंकड़े जानकर चौंक जाएंगे आप
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World Diabetes Day: डायबिटीज के खतरे को पहचानना क्यों है जरूरी? आंकड़े जानकर चौंक जाएंगे आप

Diabetes Risk: भारत को मधुमेह की राजधानी कहा जाता है, क्योंकि यहां सबसे ज्यादा डायबिटीज के मरीज हैं, इसलिए हमें भी अपनी लाइफस्टाइल और डेली फूड हैबिट्स को लेकर अलर्ट हो जाना चाहिए.

World Diabetes Day: डायबिटीज के खतरे को पहचानना क्यों है जरूरी? आंकड़े जानकर चौंक जाएंगे आप

World Diabetes Day 2022: डायबिटीज एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो दुनिय भर के लोगों पर भारी पड़ रही है. ये एक ऐसी स्थिति है जब खून में शुगर की मात्रा काफी ज्यादा या कम हो जाती है, जो किडनी डिजीज और स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं को दावत दे सकती है. इसलिए इस भयानक बीमारी को लेकर जागरूकता पैदा करना अहम हो जाता है. मधुमेह की जटिलताओं को उजागर करने के लिए हर साल 14 नवंबर को वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के समर्थन से 1991 में इंटरनेशनल डायबिटीज फाउनडेशन द्वारा इस दिन को प्रस्तावित किया गया था. 

क्यों मनाया जाता है 'वर्ल्ड डायबिटीज डे'?
'वर्ल्ड डायबिटीज डे' ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इशू के रूप में मधुमेह के बारे में जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है और इससे इस मेडिकल कंडीशन की बेहतर रोकथाम, निदान और प्रबंधन में मदद मिलती है.

साल 2022 का थीम, 'एक्सेस टू डायबिटीज एजुकेशन' है जिसमें खास तौर से 'एक्सेस टू केयर' पर जोर दिया गया है. 14 नवंबर के मौके पर डब्लूएचओ न सिर्फ मधुमेह की चुनौतियों को उजागर करेगा, बल्कि इससे भी अहम बात ये है कि डायबिटीज की दवाओं और देखभाल तक पहुंच बढ़ाने के लिए समाधान भी खोजेगा.

डब्ल्यूएचओ की विश्व मधुमेह दिवस गतिविधियों में मधुमेह के साथ रहने वाले लोगों की प्राथमिकताओं को बढ़ावा देने से लेकर वैश्विक मधुमेह कॉम्पैक्ट तक के मुद्दों को शामिल किया जाएगा, जो डायबिटीज के जोखिम को कम करने, इलाज और देखभाल को सुनिश्चित करने के लिए वर्ल्ड लेवल पर कोशिश होगी.

डायबिटीज को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े

-साल 1980 में डायबिटीज के मरीजों की तादाद 108 मिलियन थी थी जो साल 2014 में बढ़कर  422 मिलियन हो गई. हाई इनकम वाले देशों की तुलना में लो और मिडिल इनकम वाले देशों में इसका प्रकोप अधिक तेजी से बढ़ रहा है.

-मधुमेह अंधेपन, किडनी फेलियर, दिल के दौरे, स्ट्रोक और पैरों में परेशानी का एक प्रमुख कारण है. ये शरीर को धीरे-धीरे कमजोर कर देता है, इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिए कि ये बीमारी न हो.

-साल 2000 और 2019 के बीच, उम्र के हिसाब से मधुमेह मृत्यु दर में 3% की वृद्धि हुई थी जो चौंकाने वाला आंकड़ा है. 2019 में, मधुमेह और इससे जुड़ी किडनी डिजीज के कारण अनुमानित 2 मिलियन लोगों की मौत हो गई थी.

डायबिटीज से कैसे बचें?
हेल्दी डाइट, रेगुलर फिजिकल एक्टिविटीज, शरीर के सामान्य वजन को बनाए रखना और तंबाकू के सेवन से बचना टाइप 2 डायबिटीज रोकने के अहम तरीके हैं. हालांकि कुछ लोगों को ये जेनेटिक कारणों से भी होता है, उन्हें अपने सेहत को लेकर ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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