Digital Device Meaing: दुनिया तेजी से डिजिटल और एडवांस होती चली जा रही है. डिजिटल दुनिया में हम रोज कई तरह के उपकरणों का इस्तेमाल कर रह है, जिनमें यूएसबी, पीडीएफ, सिम, इंटरनेट, वाईफाई समेत अन्य तरह की चीजें शामिल हैं लेकिन ज्यादातर लोग इनका मतलब नहीं जानते हैं.
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What is the Full Form Of USB, WiFi, PDF: तेजी से डिजिटल हो रही इस दुनिया में इंटरनेट का इस्तेमाल ज्यादातर लोग करने लगे हैं. हर किसी के मोबाइल में सिम पड़ा हुआ है. घरों में वाईफाई मौजूद है. डॉक्यूमेंट सेव रखने के लिए पीडीएफ बनाने की जरूरत भी है और डाटा ट्रांसफर के लिए यूएसबी भी हर किसी के पास है लेकिन जिन चीजों का इस्तेमाल आप अपनी रोजाना लाइफ में करते हैं, क्या आपको उनका पूरा नाम पता है.
USB:
USB का पूरा नाम यूनिवर्सल सीरियल बस (Universal Serial Bus) है. यह एक तरह का इंटरफेस है जिसका उपयोग कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर और बाहरी हार्ड ड्राइव जैसे उपकरण को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए किया जाता है. USB की खोज साल 1990 के दशक के बाद की गई थी. इस अविष्कार ने कंप्यूटर से बाहरी उपकरणों को जोड़ने की प्रक्रिया को आसान बना दिया था. मौजूदा समय में कई तरह के यूएसबी कनेक्टर मार्केट में आ गए हैं जिनमें टाइप-बी, टाइप-सी, और माइक्रो-यूएसबी शामिल है.
WiFi:
WiFi का पूरा नाम वायरलेस फिडेलिटी (Wireless Fidelity) है. यह एक वायरलेस नेटवर्किंग टेक्नोलॉजी है जो कंप्यूटर, मोबाइल और लैपटॉप जैसे उपकरणों को बिना केबल के इंटरनेट या किसी दूसरे स्थानीय नेटवर्क के जरिए कनेक्ट करने में मदद करता है. वाईफाई उपकरणों के बीच डेटा संचारित करने के लिए रेडियो तरंगों का उपयोग करता है. वाईफाई (WiFi) का इस्तेमाल अब घरों में, व्यापार में और सार्वजनिक स्थानों पर एक सामान्य-सी बात हो चुकी है.
PDF:
PDF का पूरा नाम पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फार्मेट (Portable Document Format) है, जिसे 1990 के दशक में Adobe Systems ने विकसित किया था. इसके इस्तेमाल से कंप्यूटर में पड़े दस्तावेजों को शेयर करने में आसानी होती है. आपको बता दें कि PDF को Adobe Reader या वेब ब्राउजर जैसे मुफ्त सॉफ्टवेयर का उपयोग करके कंप्यूटर, स्मार्टफोन और टैबलेट समेत अन्य उपकरणों पर खोला जा सकता है. PDF को आसानी से शेयर भी किया जा सकता है.
SIM:
SIM का पूरा नाम सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल (Subscriber Identity Module) है जो एक छोटे कार्ड के रूप में होता है. इसका इस्तेमाल मोबाइल फोन और दूसरे सेलुलर डिवाइस में किया जाता है. SIM कार्ड में फोन नंबर, अकाउंट की जानकारी और नेटवर्क प्रमाणीकरण डेटा (network authentication data) की जानकारी मौजूद होती है. जब एक सिम कार्ड को मोबाइल डिवाइस में डाला जाता है, तो डिवाइस सेल्युलर नेटवर्क से कनेक्ट हो जाता होता है.