हाथरस के बाद अब इस जिले में बच्‍चों को पढ़ाई गई नमाज, तस्‍वीरें वायरल होने पर बीएसए ने मांगा जवाब
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हाथरस के बाद अब इस जिले में बच्‍चों को पढ़ाई गई नमाज, तस्‍वीरें वायरल होने पर बीएसए ने मांगा जवाब

Hardoi News : हरदोई जिले के विकासखंड भरावन के प्राथमिक विद्यालय भटपुर कटका कंपोजिट विद्यालय का मामला. इससे एक दिन पहले यूपी के हाथरस के एक निजी स्‍कूल में बच्‍चों को जबरन नमाज पढ़ाने का मामला सामने आया था. 

फाइल फोटो

आशीष द्विवेदी/हरदोई : जनपद के एक प्राथमिक विद्यालय में छात्र-छात्राओं को नमाज पढ़ने की ट्रेनिंग देने का मामला सामने आया है. इसकी तस्‍वीरें वायरल होने पर बीएसए ने स्‍कूल के प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण मांगा है. दरअसल, एक प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका ने क्लास रूम में स्कूल की दीवार पर ईद मुबारक के पोस्टर बनाकर छात्र छात्राओं को नमाज पढ़ने की ट्रेनिंग दी. नमाज पढ़ने की ट्रेनिंग देने के बाद शिक्षिका ने खुद ही एक ग्रुप पर फोटो वायरल कर दी. फोटो वायरल होने पर कई लोगों ने इसका विरोध किया. ऐसे में क्लास रूम में नमाज पढ़ाने की ट्रेनिंग देने की फोटो वायरल होने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इसका संज्ञान लिया है और धार्मिक शिक्षा देने को लेकर शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा है. 

नमाज पढ़ने के तौर तरीके सिखाए 
मामला हरदोई जिले के विकासखंड भरावन के प्राथमिक विद्यालय भटपुर कटका कंपोजिट विद्यालय का है. विद्यालय में तैनात शिक्षिका रीना राणा ने क्लास रूम में छात्र छात्राओं को नमाज पढ़ने की ट्रेनिंग दी. शिक्षिका ने विद्यालय की दीवार पर ईद मुबारक के पोस्टर बनाकर क्लास रूम में ही छात्र छात्राओं को नमाज पढ़ने के तौर-तरीके सिखाए. 

नमाज पढ़ने की तस्‍वीरें व्‍हाट्सएप ग्रुप में डाली 
नमाज पढ़ने की ट्रेनिंग के दौरान ली गई फोटो को शिक्षिका ने विभाग के निपुण भारत संकुल व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल कर दी. शिक्षिका के इस कृत का ग्रुप में मौजूद अन्य शिक्षकों ने विरोध किया है. ऐसे में प्राथमिक विद्यालय में धार्मिक कृत्य के फोटो वायरल होने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. विनीता ने इसका संज्ञान लिया है और शिक्षिका रीना राणा से इस धार्मिक कृत्य के चलते स्पष्टीकरण मांगा है. बीएसए ने उन्‍हें 3 दिन के अंदर जवाब देने को कहा है. 

क्‍या बोले बीएसए 
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. विनीता ने बताया कि विद्यालय में न तो धार्मिक शिक्षा दी जा सकती है और न ही किसी तरह का धार्मिक कृत्य किया जा सकता है. शिक्षिका रीना राणा द्वारा यह कृत्य किया गया है. इसको लेकर शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा गया है. स्पष्टीकरण मिलने के बाद पूरे मामले में कार्यवाही की जाएगी. 

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