चित्रकूट में राम ने वनवास बिताया, 80 एकड़ में अब वहां अयोध्या जैसी बनेगी राम की दिव्य नगरी
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चित्रकूट में राम ने वनवास बिताया, 80 एकड़ में अब वहां अयोध्या जैसी बनेगी राम की दिव्य नगरी

Chitrakoot News: चित्रकूट को  विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने और रामायण काल से जुड़े स्थानों को विकसित करने के लिए यूपी सरकार 100 रुपये की लागत से रामायण एक्सपीरियंस पार्क बना रही है. जिसमें मुख्य आकर्षण भगवान श्रीराम की 151 फीट ऊंची प्रतिमा के अलावा आधुनिक फेसिलिटी सेंटर, ध्यान केंद्र और विभिन्ना प्रकार के लाइट, साउंड और एनिमेशन शो भी होंगे.

चित्रकूट में राम ने वनवास बिताया, 80 एकड़ में अब वहां अयोध्या जैसी बनेगी राम की दिव्य नगरी

Chitrakoot News: उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 100 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की है. इस परियोजना के तहत रामायण एक्सपीरियंस पार्क बनाया जा रहा है जो चित्रकूट के राजोला गांव में 80 एकड़ क्षेत्र में बनेगा. इसके साथ ही इस क्षेत्र में रामायण काल से जुड़े स्थानों को विकसित करने और आधुनिक परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराने केलिए 750 करोड़ रुपये खर्च करने की भी योजना है. 

भगवान राम की 151 फीट ऊंची प्रतिमा 
चित्रकूट के राजोला गांव में बन रहे है रामायण एक्सपिरियंस पार्क में भगवान राम की 151 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा लगाई जाएगी. साथ ही लक्ष्मण जी और माता सीता की भी भव्य प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी. पार्क में पर्यटकों के लिए मंदाकिनी नदी पर एक खूबसूरत हैंगिंग ब्रिज बनाया जाएगा. इसके अलावा, रामायण काल के प्रमुख स्थलों की प्रतिकृतियां भी स्थापित की जाएंगी. 

आधुनिक तकनीक से जीवंत होगा रामायण काल
रामायण की प्रमुख घटनाओं को थ्रीडी और फाइवडी एनिमेशन, लेजर शो और लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से दिखाया जाएगा. बालकांड, सीता हरण, लंका दहन और राम-रावण युद्ध जैसे प्रसंग दर्शकों के सामने लाइव दिखाए जाएंगे. 

मल्टी फेसिलिटी सेंटर और हर्बल गार्डन 
हनुमान धारा क्षेत्र में 3750 वर्ग मीटर में मल्टी फैसिलिटी सेंटर बनाया जाएगा. इस पर 24 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाएं वाले कॉटेज भी होंगे. इनमें थीम पार्क, एग्जीबिट कॉम्प्लेक्स, आध्यात्मिक लाइब्रेरी, हर्बल गार्डन, और गोशाला होगी.  साधु-संतों के लिए ध्यान और साधना केंद्र के लिए अलग-अलग केंद्र बनाए जाएंगे. साधु-संतों के लिए एक हजार कॉटेज की व्यवस्था भी की जाएगी.

पर्यटकों के लिए होगा विशेष आकर्षण
झरनों, हरियाली, और रामायण से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों की प्रतिकृतियां इस पार्क की खूबसूरती को बढ़ाएंगी. रामायण के प्रसंगों को आधुनिक तकनीक से देखने के लिए यह पार्क देश-विदेश के पर्यटकों के लिए बड़ा आकर्षण बनेगा.  

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