Mauni Amavasya: 29 जनवरी को मौनी अमावश्या की तिथि है. इस दिन कुंभ में अमृत स्नान का बहुत ही महत्वपूर्ण समय है. 13 जनवरी और 14 जनवरी के स्नान के बाद मौनी अमावश्या के दिन स्नान का बहुत ही बड़ा महत्व होता है.
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Mauni Amavasya: 29 जनवरी को मौनी अमावश्या की तिथि है. इस दिन कुंभ में अमृत स्नान का बहुत ही महत्वपूर्ण समय है. 13 जनवरी और 14 जनवरी के स्नान के बाद मौनी अमावश्या के दिन स्नान का बहुत ही बड़ा महत्व होता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन सभी ग्रह अपने शुभ गोचर में रहते हैं ऐसे में अगर कोई व्यक्ति पवित्र नदी में स्नान करता है तो उसके लिए स्थितियां बहुत ही शुभ हो जाती है.
महाकुंभ के हैंडल से अपील
मौनी अमावश्या को लेकर महाकुंभ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इस दिन स्नान करने की अपील की जा रही है. महाकुंभ के हैंडल से लिखा गया है, ''यह तिथि सभी अमृत स्नानों में सबसे शुभ माने जाने वाली तिथि है. इस दिन मां गंगा में स्नान करने के लिए ग्रहों की स्थिति सबसे अनुकूल होती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन पवित्र नदियों का जल 'अमृत' बन जाता है.''
मौनी अमावस्या
महाकुम्भ का दूसरा अमृत स्नानयह तिथि सभी अमृत स्नानों में सबसे शुभ माने जाने वाली तिथि है। इस दिन मां गंगा में स्नान करने के लिए ग्रहों की स्थिति सबसे अनुकूल होती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन पवित्र नदियों का जल 'अमृत' बन जाता है ।
मौनी अमावस्या को 'संतों की… pic.twitter.com/3AVw962oGu
— MahaKumbh 2025 (@MahaaKumbh) January 22, 2025
क्यों खास है मौनी अमावश्या
महाकुंभ के हैंडल से लिखा गया है, ''मौनी अमावस्या को 'संतों की अमावस्या' भी कहा जाता है। मौनी अमावास्या का स्नान मौन होकर किया जाता है. इस दिन लोग मौन व्रत रखते हैं और पितरों का तर्पण करते हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन पितरों का तर्पण करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.''
बढ़ती जा रही है श्रद्धालुओं की संख्या
बता दें कि जैसे जैसे कुंभ स्नान आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे लोगों के स्नान करने की संख्या बढ़ती जा रही है. बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कैबिनेट मंत्रियों समेत त्रिवेणी के संगम में पवित्र डुबकी लगाई. इस दौरान मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.
सीएम ने लगाई डुबकी
जिस वक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संगम में डुबकी लगा रहे थे उस वक्त वह अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ नदी के जल के साथ खेलने लगे. नदी का जल उछाल-उछाल कर अपने कैबिनेट मंत्रियों की ओर उछालने लगे. ऐसा करते देख वहां मौजूद कैबिनेट मंत्री भौचक्के रह गए.
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