महाकुंभ में भगदड़ वाली जगह पहुंचे डीजीपी-मुख्य सचिव, वॉच टॉवर से लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा
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महाकुंभ में भगदड़ वाली जगह पहुंचे डीजीपी-मुख्य सचिव, वॉच टॉवर से लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा

Mahakumbh 2025 Stampede: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गुरुवार यानी आज मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार प्रयागराज पहुंचे. घटना की जांच के कारणों का पता लगाने के बाद रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपेंगे.

Prayagraj Mahakumbh 2025 Stampede

Prayagraj Mahakumbh 2025 Stampede: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुए दर्दनाक हादसे के बाद पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं. सीएम योगी के निर्देश पर गुरुवार यानी आज मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार प्रयागराज पहुंचे. घटना की जांच के कारणों का पता लगाने के बाद वह रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपेंगे

डीजीपी मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण
DGP प्रशांत कुमार और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह उस क्षेत्र का निरीक्षण करने प्रयागराज पहुंचे, जहां 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर भगदड़ मची थी. वे वसंत पंचमी के अवसर पर 3 फरवरी को होने वाले तीसरे अमृत स्नान से पहले सुरक्षा व्यवस्था की भी निगरानी करेंगे. महाकुंभ के DIG वैभव कृष्ण ने कहा, "हम बसंत पंचमी के मुख्य स्नान पर्व की तैयारी कर रहे हैं. ड्यूटी को और मजबूत किया जा रहा है. पहले के निर्देशों के क्रम में जैसे 29 तारीख को VIP मूवमेंट की अनुमति नहीं थी, वैसे ही 3 तारीख को भी नहीं होगी... जगह-जगह ड्यूटी प्वाइंट बनाए गए हैं। भीड़ को प्रबंधित किया जा रहा है."

 

डीजीपी और मुख्य सचिव करेंगे व्यवस्थाओं की समीक्षा
3 फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर ‘अमृत स्नान’ होना है. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद आज मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक महाकुंभ मेला क्षेत्र जाएंगे और व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे. सीएम ने डीजीपी और मुख्य सचिव को सुरक्षा और सुविधा से जुड़े हर एक बिंदु पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए हैं.

महाकुंभ हादसे की होगी न्यायिक जांच
बीते दिन सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 25 लाख रुपये आर्थिक सहायता का ऐलान किया था जबकि हादसे की जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है. बुधवार को प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि मेला क्षेत्र में सतर्कता और सावधानी बरती जाए. इसको लेकर कुंभ 2019 के समय प्रयागराज में मंडलायुक्त रहे आशीष गोयल और इलाहाबाद विकास प्राधिकरण (एडीए) के उपाध्यक्ष रहे भानु गोस्वामी की तैनात किया गया है. विशेष सचिव स्तर के पांच-पांच अधिकारियों को भी भेजा जा रहा है.

खोली गईं प्रयागराज की सीमाएं
सीएम योगी आदित्यनाथ के के आदेश के बाद कुंभ आने वाली गाडियों के लिए अब प्रयागराज की सीमाएं खोल दी गई हैं. फतेहपुर, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, भदोही और रायबरेली से गाड़ियां कुंभ के लिए निकल रही हैं. बीते दिन मुख्यमंत्री ने साफ का था कि  अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज जैसे सभी मार्गों पर यातायात अवरुद्ध नहीं होना चाहिए और प्रयागराज से वापसी के सभी मार्गों को लगातार खुला रखा जाए.

सीएम ने निर्देश दिए कि मेला क्षेत्र में भीड़ न बढ़े इसके लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रतीक्षा स्थल बनाए जाएं और स्थिति को देखते श्रद्धालुओं को आगे बढ़ने दें. जहां कहीं भी उन्हें रोका गया है, वहां सभी के भोजन-पानी का प्रबंध किया जाए.

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