Jageshwar Kuber Temple Almora: उत्तराखंड में देश का सबसे पुराना कुबेर का मंदिर स्थित है. खीर का भोग और विशेष पूजा के बाद पुजारियों से मिले चांदी के सिक्के से आर्थिक दिक्कतों के दूर होने को लेकर खास मान्यता है.
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Jageshwar Kuber Temple: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित जागेश्वर मंदिर अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है. यहां करीब 125 छोटे-बड़े मंदिरों का समूह है, जो मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित है. इन्हीं मंदिरों के बीच स्थित है भगवान कुबेर का मंदिर, जो उत्तराखंड का एकमात्र कुबेर मंदिर माना जाता है और भारत के छह प्रमुख कुबेर मंदिरों में से एक है.
भगवान शिव ने की थी यहां तपस्या
जागेश्वर मंदिर घने देवदार के जंगलों के बीच स्थित है, जिसे पौराणिक ग्रंथों में "दारूका वन" कहा गया है. मान्यता है कि प्राचीन काल में भगवान शिव ने इस स्थान को अपनी तपस्थली के रूप में चुना था. यही कारण है कि यह क्षेत्र शिव मंदिरों से भरा हुआ है। कुबेर मंदिर भी इसी दारूका वन के बीच स्थित है, जहां भक्तों को एक अलग ही आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव होता है।
देश का सबसे पुराना कुबेर मंदिर
मंदिर के निर्माण को लेकर माना जाता है कि इसे 7वीं से 14वीं शताब्दी के बीच कत्युरी राजवंश द्वारा बनवाया गया था. यहां एकमुखी शिवलिंग में भगवान कुबेर विराजमान हैं, जिन्हें शिव के स्वरूप में पूजा जाता है. स्थानीय पुजारियों के अनुसार, यह देश का सबसे प्राचीन कुबेर मंदिर है.
यहां का सिक्का तिजोरी में रखने से होती तरक्की
धन और समृद्धि की कामना के लिए यह मंदिर भक्तों के लिए विशेष आस्था का केंद्र है. मान्यता है कि यहां विशेष पूजा के बाद पुजारियों के मंत्रोच्चार से अभिमंत्रित चांदी का सिक्का भक्तों को दिया जाता है. इसे पीले वस्त्र में लपेटकर घर की तिजोरी में रखने से धन की वृद्धि होती है और आर्थिक संकट दूर होते हैं. जब भक्तों की मनोकामना पूरी होती है, तो वे भगवान कुबेर को खीर का भोग अर्पित करते हैं.
प्रकृति की गोद में बसा मंदिर
कुबेर मंदिर सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत स्थल भी है. घने देवदार के वृक्षों से घिरा यह मंदिर श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति के साथ-साथ प्रकृति की गोद में एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है। यहां श्रद्धालु देश के कोने-कोने से आते हैं, श्रद्धा और आस्था के साथ, भगवान कुबेर के दर्शन करने और अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने के लिए.
मंदिर में लगता है भक्तों का तांता
यह मंदिर आस्था, प्रकृति और इतिहास का अनोखा संगम है. हर साल हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं और अपनी आर्थिक समृद्धि के लिए भगवान कुबेर का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.
कुबेर मंदिर क्यों है खास:
उत्तराखंड का एकमात्र कुबेर मंदिर
भारत के सबसे प्राचीन कुबेर मंदिरों में से एक
मंदिर में शिवलिंग रूप में भगवान कुबेर विराजमान
धन और समृद्धि की प्राप्ति के लिए विशेष पूजा
घने देवदार के जंगलों के बीच स्थित पवित्र स्थल
डिस्क्लेमर
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. जी यूपीयूके इसका दावा या पुष्टि नहीं करता है.
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