उदयपुर के पूर्व राजघराने के बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ खुद बस चलाकर भरने गए मायरा
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उदयपुर के पूर्व राजघराने के बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ खुद बस चलाकर भरने गए मायरा

उदयपुर के पूर्व राज परिवार के बेटे क्ष्यराज सिंह मेवाड़ (Lakshyaraj Singh Mewar) अपनी बहन का मायरा भरने के लिए खुद बस चलाकर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को रस्म में लेकर गए. उन्हें बस चलाता देख सभी लोग हैरान रह गए. इस शाही के मायरे में प्रसिद्ध कवि और लेखक शैलेश लोढ़ा भी शामिल हुए. 

उदयपुर के पूर्व राजघराने के बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ खुद बस चलाकर भरने गए मायरा

Udaipur Royal Wedding: राजस्थान का उदयपुर संभाग शादियों के लिए एक खास जगह है. इसी के चलते रॉयल वेडिंग (Royal Wedding) के लिए ये लेकसिटी पूरी दुनिया में जानी जाती है. यहीं की रॉयल फैमिली के लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ (Lakshyaraj Singh Mewar) अपनी बहन का मायरा भरने के लिए अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को लेकर गए. 

इस दौरान लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने खुद बस चलाई. इस शाही के मायरे में जाने वालों में प्रसिद्ध कवि और लेखक शैलेश लोढ़ा (Shailesh Lodha) भी थे. साथ ही कई पूर्व राजपरिवारों के लोग भी इस रस्म के हिस्सा बने. 

लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने खुद चलाई बस 
रॉयल फैमिली के लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की बड़ी बहन भार्गवी कुमारी की बेटी लोकावीया राठौड़ की शाही शादी में सभी रस्में बड़ी धूमधाम से पूरी की गई. वहीं, लड़की के मामा लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ अपने बेटे हरितराज सिंह मेवाड़ के साथ मायरा भरने के लिए सिटी पैलेस से खुद बस चलाकर शादी समारोह के स्थल पर गए. 

लोग देखकर रह गए हैरान 
इस बस में लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ प्रसिद्ध लेखक एवं कवि शैलेश लोढ़ा और अपने कई रिश्तेदारों को बैठाकर लेकर गए. वहीं, लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को बस चलाता देख देशभर से आए पूर्व राजे रजवाड़ों और उनके परिवार के लोग देखकर हैरान रह गए. 

रविवार के दिन हुई लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की भांजी की शादी 
रविवार को लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की भांजी लोकावीया राठौड़ बिसाऊ ठिकानेदार आंजनेय सिंह बिसाऊ के साथ शादी हुई. इस शाही शादी में पूर्व राजपरिवार बलांगीर के पूर्व महाराजा कनकवर्धन सिंह देव, जयपुर पूर्व राजघराने के सवाई पद्मनाथ सिंह के साथ देशभर के राज परिवारों के लोग आए. 

ये सदस्य हुए शामिल 
इस शाही मायरे में जयवीर सिंह खुड़ाला, रावत हिम्मत सिंह बेदला, हनुमंत सिंह बोहेड़ा, रोहिताश्व सिंह गोगुंदा,  डॉ. कुश सिंह परमार संतरामपुर, रावत गुणवंत सिंह झाड़ोल, महिपाल सिंह सरदारगढ़, राघवराज सिंह शिवरती, रावत विक्रम सिंह बोहेड़ा, महिपाल सिंह शिवरती, अजय विक्रम सिंह करजाली, विश्वविजय सिंह झाड़ोल, ईशांत सिंह भूपालगढ़, परीक्षित सिंह भूपालगढ़, सिद्धार्थ सिंह रोहिट और मानवेंद्र सिंह जसोल आदि पूर्व राजे-रजवाड़ों के लोग शामिल रहे. 

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