Sikar News: JDA की लापरवाही से 200 करोड़ से अधिक का नुकसान, सीकर रोड पर इको फ्रेंडली हाउस योजना मामला
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Sikar News: JDA की लापरवाही से 200 करोड़ से अधिक का नुकसान, सीकर रोड पर इको फ्रेंडली हाउस योजना मामला

Sikar News: राजस्थान के सीकर रोड पर जेडीए ने साल भर पहले ग्राम जयरामपुरा में फार्म हाउस व इको फ्रेंडली हाउस योजना प्रस्तावित की थी. जेडीए ने अधिकृत तौर पर योजना मंजूर भी कर दी, लेकिन इसके बाद पिछले करीब नौ महीने से मामले में यथास्थिति बनी हुई है.

Sikar News: JDA की लापरवाही से 200 करोड़ से अधिक का नुकसान, सीकर रोड पर इको फ्रेंडली हाउस योजना मामला

Eco Friendly House Scheme in Sikar News: जिस योजना से जेडीए के खजाने में सवा दो सौ करोड़ रुपए आ सकते हैं, उसी योजना से जेडीए ने मुंह फेर रखा है. आखिर क्या है जयरामपुरा में फार्म हाउस व इको फ्रेंडली हाउस योजना का पूरा मामला, जानें. सीकर रोड पर जेडीए ने साल भर पहले ग्राम जयरामपुरा में फार्म हाउस व इको फ्रेंडली हाउस योजना प्रस्तावित की थी.

जेडीए ने अधिकृत तौर पर योजना मंजूर भी कर दी. पिछले वर्ष ही 8 नवंबर को रियल एस्टेट रेग्युलेटरी ऑथोरिटी राजस्थान ने योजना को पंजीकृत भी कर दिया, लेकिन इसके बाद पिछले करीब नौ महीने से मामले में यथास्थिति बनी हुई है.

करीब सवा दो सौ करोड़ रुपए का राजस्व देने वाली यह योजना जेडीए के अधिकारियों की लापरवाही कि भेट चढ़ती नजर आ रही हैं. इस योजना से आस-पास के ग्रामीणों में भी क्षेत्र के विकास की उम्मीद जगी थी. चलिए अब आप को बताते हैं कि इस योजना की विशेषताएं क्या हैं और क्यों यह धरातल पर उतर नहीं पा रही है?

- सीकर रोड स्थित यह योजना जेडीए की ही नींदड़ योजना से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर है.
- ग्राम जयरामपुरा तहसील आमेर स्थित इस योजना का कुल आकार 52.77 हैक्टेयर है.
- इस योजना की सीकर रोड से सीधी कनेक्टिविटी है.
- 12 सौ से लेकर 18 सौ वर्गमीटर आकार तक के इको फ्रेंडली हाउस के 66 भूखंड प्रस्तावित हैं.
- 15 सौ से लेकर 36 सौ वर्गमीटर आकार तक के फार्म हाउस के 105 भूखंड प्रस्तावित हैं.
- इस योजना में डिमार्केशन पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए खर्च होने हैं.
- अगर सभी सड़कों का निर्माण कराया जाता है तो करीब 11 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
- केवल मुख्य सड़कों का ही निर्माण कराया जाता है तो करीब 5 करोड़ रुपए खर्च होने हैं.
- इस तरह योजना के विकास का न्यूनतम खर्चा करीब साढ़े 6 करोड़ रुपए है.
- योजना के विकास पर खर्च का प्रस्ताव औपचारिक स्वीकृति के इंतजार में अटका है.
- यही कारण है कि अब तक भी योजना मूर्त रूप नहीं ले पा रही है.

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इस योजना के भूखंडों की बिक्री से जेडीए को करीब सवा दो सौ करोड़ रुपए की आय हाे सकती है. जरूरत है तो बस योजना में विकास कार्य कर उसके भूखंडों की बिक्री की शुरूआत करने की. किस तरह यह योजना जेडीए को सवा दो सौ करोड़ रुपए कमा कर देगी.

- योजना का कुल आकार 52.77 हेक्टेयर है.

- इसके अनुसार योजना की कुल भूमि वर्गगज में 6 लाख 31 हजार 123 वर्गगज है.

- योजना में भूखंड व सुविधा क्षेत्र का अनुपात 60:40 रखने का प्रावधान है.

- इस हिसाब से 3 लाख 78 हजार 673 वर्गगज भूमि पर भूखंड प्रस्तावित है.

- जानकारों के अनुसार इस इलाके में जमीन का भाव 8 से 10 हजार रुपए प्रति वर्गगज है.

- योजना के भूखंडों की बिक्री से जेडीए को 227 करोड़ 20 लाख रुपए की राशि मिल सकती है

Reporter- Dinesh Tiwari

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