झालावाड़ में प्यार के चलते दलित युवक को गंवानी पड़ी जान, मामले में DSP ऋचा तोमर का बड़ा खुलासा
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झालावाड़ में प्यार के चलते दलित युवक को गंवानी पड़ी जान, मामले में DSP ऋचा तोमर का बड़ा खुलासा

Jhalawad Crime News :  मृतक दुर्गेश मेघवाल का गांव के ही रहने वाले अर्जुन लोहार की पत्नी से प्रेम प्रसंग चल रहा था. इसी बात से खफा होकर अर्जुन लोहार ने अपने तीन साथियों, बलवंत सिंह, दुर्गेश सिंह, प्रेम सिंह के साथ मिलकर दुर्गेश मेघवाल को ठिकाने लगा दिया.

झालावाड़ में प्यार के चलते दलित युवक को गंवानी पड़ी जान, मामले में DSP ऋचा तोमर का बड़ा खुलासा

Jhalawad Crime News : झालावाड़ जिले के सुनेल थाना क्षेत्र के गांव हनोतिया रायमल में दो दिन पूर्व हुई दलित युवक की निर्मम हत्या के मामले का पुलिस ने आज पर्दाफाश कर दिया. पुलिस ने वारदात में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दलित युवक की हत्या का कारण प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है. इस हत्याकांड का खुलासा होने के पश्चात परिजनों के द्वारा मृतक का शव मोर्चरी से उठा लिया गया है.  

मामले का खुलासा करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने बताया कि मृतक दुर्गेश मेघवाल का गांव के ही रहने वाले अर्जुन लोहार की पत्नी से प्रेम प्रसंग चल रहा था. इसी बात से खफा होकर अर्जुन लोहार ने अपने तीन साथियों, बलवंत सिंह, दुर्गेश सिंह, प्रेम सिंह के साथ मिलकर दुर्गेश मेघवाल को ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी. जिसके बाद चारो आरोपी घटना की रात दुर्गेश मेघवाल को गांव के प्राथमिक स्कूल के पुराने भवन में ले गए, जहां सभी ने मिलकर मृतक को जमकर शराब पिलाई. इस दौरान नशे में चूर हो जाने के बाद चारो ने मिलकर ईंट ,पत्थरों से सिर पर वार करते हुए दुर्गेश मेघवाल की निर्मम हत्या कर दी.

बता दें कि सुनेल के राजकीय प्राथमिक विद्यालय के पुराने भवन में दो दिन पूर्व एक युवक का शव खून से लहुलुहान हालत में पड़ा मिला था. अज्ञात लोगों ने युवक का सिर पत्थरों से कुचलकर बेरहमी से हत्या कर दी थी. मृतक के पिता रामप्रसाद मेघवाल ने रिपोर्ट दी थी कि उनका बेटा दुर्गेश  मजदूरी का कार्य करता था. घटना की रात गांव के ही गोकुल सिंह के पुत्र की निकासी में शामिल हुआ था, लेकिन उसके बाद से वह घर पर नहीं लौटा. बाद में दुर्गेश की लाश लहुलुहान हालात में खंडहर स्कुल में पड़ी मिली थी. बाद में पुलिस अधीक्षक द्वारा वारदात का खुलासा करने के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था और घटनास्थल का निरीक्षण मोबाइल फॉरेंसिक यूनिट व डॉग स्क्वायड से करवाया गया. वहीं घटना से नाराज परिजनों ने मृतक का शव लेने तक से इनकार कर दिया था.  बहरहाल आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद परिजनों ने भी मृतक का शव ले लिया है.  

 

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