Rajasthan News: जयपुर के सांगानेर स्थित राजकीय महाविद्यालय में "कर्मभूमि से मातृभूमि" अभियान के तहत "जल संचय-जन भागीदारी" पर संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने इसका उद्घाटन किया.
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Rajasthan News: राजस्थान में जयपुर के सांगानेर स्थित राजकीय महाविद्यालय में "कर्मभूमि से मातृभूमि" अभियान के तहत "जल संचय-जन भागीदारी" पर संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. इसका उद्घाटन केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किया.
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कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के संबोधन के दौरान अचानक तेज बारिश होने से कार्यक्रम को पूर्ण रूप से संपन्न नहीं किया जा सका. हालांकि मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने जनता को जल संरक्षण और जनभागीदारी के महत्व को समझाने का प्रयास किया. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय मंत्री पाटिल ने कार्यक्रम का भूमि पूजन किया और वर्षा जल संचयन की आवश्यकता पर जोर दिया.
इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री कन्हैयालाल चौधरी, एसीएस भास्कर सावंत और एसीएस अभय कुमार सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे. अन्य राज्यों के 200 से अधिक उद्यमियों, समाजसेवियों से संवाद करेंगे. कार्यक्रम का उद्देश्य जल संरक्षण को बढ़ावा देना और राजस्थान को जल आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पहल करना था.
जनसहभागिता से होगा अभियान का विस्तार
इस योजना को प्रदेश के हर जिले में लागू करने का लक्ष्य रखा गया है. जल संरक्षण के प्रति जागरुकता बढ़ाने और सामूहिक प्रयासों से राजस्थान को जल संकट से उबारने के लिए यह अभियान एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है. जनसहभागिता के माध्यम से योजना को सफल बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद व्यक्त करते हुए जल संरक्षण का महत्व बताया. हालांकि तेज बारिश के कारण कार्यक्रम बाधित हो गया और पूर्ण रूप से संपन्न नहीं हो सका. मुख्यमंत्री ने पानी बचाने की अपील करते हुए कार्यक्रम से प्रस्थान किया.
भूजल पुनर्भरण का लक्ष्य "कर्मभूमि से मातृभूमि" योजना के अंतर्गत पानी के लिए रिचार्ज शाफ्ट बनाने का अभियान चलाया जाएगा. प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर चार रिचार्ज शाफ्ट का निर्माण किया जाएगा.
योजना का मुख्य उद्देश्य भूजल का पुनर्भरण, गिरते जल स्तर को रोकना और भूजल की गुणवत्ता में सुधार करना है. इस अभियान के तहत सिरोही, पाली, जोधपुर, भीलवाड़ा, झुंझुनूं और जयपुर जिलों को प्राथमिक स्तर पर शामिल किया गया है.