Rajasthan Crime: 30 करोड़ की साइबर ठगी का पर्दाफाश पुलिस ने किया है. साथ ही 30 ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जानिए, बदमाश लोगों को कैसे फंसाते थे?
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Rajasthan Crime: राजस्थान में साइबर ठगी की वारदातों पर लगाम कसने के लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से साइबर शील्ड अभियान चलाया जा रहा है. साइबर शील्ड अभियान के तहत जयपुर कमिश्नरेट की वेस्ट जिला पुलिस ने प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए साइबर ठगों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है.
पुलिस ने 30 बदमाशों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में कंप्यूटर, लैपटॉप सहित अन्य उपकरण बरामद किए है. पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी फर्जी कॉल सेंटर, ऑनलाइन सट्टा और फर्जी बाबा बनकर लोगों को जाल में फंसाकर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं.
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 135 बैंक अकाउंट, 64 UPI ID और 20 ATM कार्ड व बैंक अकाउंट के ट्रांजैक्शन सीज करवाए हैं.
साइबर ठगी की बढ़ती वारदातों को लेकर पुलिस की ओर से चलाए गए 'साइबर शील्ड' अभियान के तहत शनिवार को जयपुर कमिश्नरेट की वेस्ट जिला पुलिस ने 30 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए दो नाबालिगों को भी निरूद्ध किया है.
साइबर ठगी की शिकायतों को पुख्ता करते हुए वेस्ट जिले के करधनी, कालवाड़, हरमाड़ा, करणी विहार और बिंदायका थाने की टीम ने साइबर यूनिट के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए फर्जी कॉल सेंटर, ऑनलाइन सट्टे के कारोबार के साथ ही फर्जी बाबा के ठिकानों पर छापेमारी की गई.
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 7 लैपटॉप, 21 मॉनिटर, 10 CPU, 5 LED, 10 की–बोर्ड, 8 माउस, 64 मोबाइल, 22 SIM कार्ड, 67 ATM कार्ड, 17 बैंक पासबुक, 6 चैक बुक, 57 चार्जर, 2 पासपोर्ट, 11 एक्सटेंशन बोर्ड, 5 Wi-Fi राउटर, 14 HDMI केबल, 8 HDMI कनेक्टर, 3 CCTV कैमरा, 2 पावर बैंक, 1 स्मार्ट वॉच और तकरीबन 22 हजार रुपए की नगदी बरामद की.
पुलिस गिरफ्त में आए सभी आरोपी लोगों को अलग-अलग तरह का झांसा देकर अपने जाल में फंसाते और ठगी करते. अब तक जांच में करीब 30 करोड़ रुपए की ठगी करने की जानकारी सामने आई है. पुलिस ने श्रीलंका से साइबर ठगी की ट्रेनिंग लेकर आए दो साइबर ठगों को भी गिरफ्तार किया है जो जयपुर में साइबर ठगों की नई खेप तैयार कर रहे थे.
पुलिस की माने तो गिरफ्त में आए इन बदमाशों ने अलग-अलग गैंग बनाकर अपना कारोबार संचालित कर रखा था. रिहायशी इलाके में बंद कमरे में आरोपी फर्जी कॉल सेंटर और ऑनलाइन सट्टे का कारोबार कर लोगों से ठगी कर रहे थे. वहीं नकली बाल और दाढ़ी-मूंछ लगाकर बाबा बनकर लोगों का भविष्य संवारने के नाम पर उन्हें अपने जाल में फंसाकर खुद मालामाल हो रहा थे.
पुलिस ने 6 मामले दर्ज कर कंप्यूटर, लैपटॉप सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद किए हैं. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इन आरोपियों ने ठगी की रकम जमा करने के लिए सैकड़ों बैंक खाते संचालित कर रखे थे.
करधनी में कार्रवाई करते हुए साइबर ठगों को बैंक अकाउंट उपलब्ध कराने और बैंक खातों की खरीद–फरोख्त करने वाले जितेंद्र कुमार अटल, रमेश चौधरी, रवि महावर और वेद प्रकाश भार्गव को गिरफ्तार किया.
वहीं कालवाड़ थाना इलाके में कार्रवाई करते हुए नकली दाढ़ी मूंछ लगाकर बाबा बन लोगों की समस्याओं का समाधान कर साइबर ठगी करने वाले विक्रम भार्गव, विकास कुमार और सचिन भार्गव को गिरफ्तार किया गया है.
आरोपियों ने इंस्टाग्राम पर अलग-अलग नाम से ID बनाकर खुद को एस्ट्रोलॉजर और बाबा बताकर लोगों से ठगी की. तीनों आरोपी खुद को मुस्लिम बाबा बता तंत्र विद्या और अन्य नाम से लोगों से ठगी कर रहे थे.
इसी प्रकार हरमाड़ा, बिंदायका और करणी विहार में ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा, ऑनलाइन गेम और ऑनलाइन गेमिंग सट्टे में पैसा लगाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गजेंद्र कुमार, विष्णु सैनी, गुरप्रताप सिंह, गुरप्रीत सिंह, रामरतन सैनी, कमलेश कुमार जाट, राकेश जाट, विशाल दीप सिंह विनोद, रोहित वाधवानी, राज वाधवानी, साहिल, सिद्धार्थ गौतम, राहुल रंगवानी, विशाल निर्वाण, शुभम, महेश कुमार जाट, सुनील कुमार, महेंद्र सिंह, सुनील बराला, सुरेंद्र खींचड़ और गणेश डूडी को गिरफ्तार किया.
साइबर शील्ड अभियान के तहत पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. साइबर ठगी की वारदातों को लेकर जयपुर की वेस्ट जिला पुलिस को यह बड़ी सफलता हाथ लगी है. माना जा रहा है कि जल्द इन मामलों में कई और खुलासे सामने आ सकते हैं.
जयपुर से संवाददाता विनय पंत की रिपोर्ट