Jaipur: श्राद्ध पक्ष में खरीदारी करने को लेकर हमारे मन में कई सवाल उठते हैं कि खरीददारी करनी चाहिए या नहीं. ज्योतिष शास्त्र में भी इन सभी मान्यताओं को उचित नहीं कहा गया है.
श्राद्ध पक्ष में हमें श्राद्ध कर्म एवं सेवा से पित्रों का आशीर्वाद लेना चाहिए. ये धारणा है कि श्राद्ध पक्ष में कपड़े, घर, गाड़ी आदि की खरीदारी करने से पाप लगेगा या पित्र देव नाराज हो जाएंगे, ये सब बातें आधारहीन है.
अपने पित्तरों के प्रति श्रद्धा भावना रखना और पितृ तृपण और श्राद्ध कर्म करना अति आवश्यक है. ऐसा करने से व्यक्ति स्वस्थ, समृद्ध, दीर्घायु और सुख-शांति पाता है.
जो परिजन अपना देह त्याग कर चले गए, उनकी आत्मा की तृप्ति के लिए तर्पण किया जाता है. मृत्यु के देवता यमराज श्राद्ध पक्ष में जीव को मुक्त कर देते हैं ताकि जीव तर्पण ग्रहण कर सकें.
बच्चा या बुजुर्ग, स्त्री या पुरूष की मृत्यु हो चुकी है, उन्हें पितृ कहा जाता है. पितृ पक्ष में मृत्युलोक से पितर पृथ्वी पर आते हैं और परिवार के लोगों को आशीर्वाद देते हैं.
सप्तमी तिथि का श्राद्ध 16 सितम्बर को और अष्टमी का श्राद्ध 18 सितम्बर को मनाया जाएगा.
ट्रेन्डिंग फोटोज़