मामले के अनुसार कुछ दिन पूर्व सागवाड़ा पंचायत समिति के उप प्रधान नरेश पाटीदार ने मनरेगा योजना में सामग्री मद के निविदा में तय दर से अधिक दर पर सामग्री खरीदने के आरोप के साथ सड़कों व चेकडैम के घटिया निर्माण को लेकर भी अब पंचायत समिति के अधिकारियों पर आरोप लगाए थे.
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Sagwara: डूंगरपुर जिले की सागवाड़ा पंचायत समिति के उप प्रधान की शिकायत के बाद ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के आदेश पर चार सदस्यीय जांच दल सागवाड़ा पहुंच गया है. जांच दल पिछले तीन दिनों से पंचायत समिति भवन के बंद कमरे में रिकॉर्ड की जांच पड़ताल में लगा है. इधर, जांच दल ने मीडिया से दूरी बना रखी है.
मामले के अनुसार कुछ दिन पूर्व सागवाड़ा पंचायत समिति के उप प्रधान नरेश पाटीदार ने मनरेगा योजना में सामग्री मद के निविदा में तय दर से अधिक दर पर सामग्री खरीदने के आरोप के साथ सड़कों व चेकडैम के घटिया निर्माण को लेकर भी अब पंचायत समिति के अधिकारियों पर आरोप लगाए थे. वहीं इस पूरे मामले को लेकर उप प्रधान ने जयपुर में पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा से शिकायत की थी. इधर शिकायत के बाद विभाग के आदेश पर चार सदस्यीय जांच दल डूंगरपुर की सागवाड़ा पंचायत समिति में आया हुआ है.
जांच टीम ने जितनी पंचायत की शिकायत हुई है वहां से पंचायतों का रिकॉर्ड सागवाड़ा पंचायत समिति में मंगवाया है. पंचायत समिति में एकाउंटेंट अशोक जैन के चेम्बर में जांच दल सदस्य रिकॉर्ड की जांच कर रहे है. हालाकि जांच टीम मीडिया से दूरी बनाए हुए है जांच के सम्बन्ध में कोई भी जानकारी देने से टीम मना कर रही है.
मटेरियल सप्लाई का भुगतान अटका
पंचायतीराज विभाग सागवाड़ा में भ्रष्टाचार को लेकर उप प्रधान ने मोर्चा खोल रखा है. इसी के चलते सागवाड़ा पंचायत समिति की पंचायतों में नरेगा में मैटेरियल सप्लाई का भुगतान अटका हुआ है. मटेरियल सप्लाई के अटके भुगतान को लेकर सरपंच सहित कई जनप्रतिनिधि पंचायत राज मंत्री तक भुगतान की मांग कर चुके हैं लेकिन उपप्रधान की शिकायत के बाद हो रही जांच के परिणाम आने के बाद ही भुगतान होने की संभावना जताई जा रही है.
Reporter-Akhilesh Sharma
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