Chhabra, Baran News: बारां के सारथल थाना क्षेत्र के बंबोरी गांव में पुरानी रंजिश को लेकर छोटे भाई ने हमला कर बड़े भाई की हत्या कर दी. रविवार शाम परिवार की महिलाओं में कहासुनी हुई. इसके बाद सोमवार परिवार पर हमला कर दिया. इस विवाद में मृतक के तीनों बेटे भी गंभीर घायल हो गए, जिन्हें झालावाड़ के जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
थानाधिकारी महावीर किराड़ ने बताया कि भरत ने पर्चा बयान दिया है कि सोमवार को घर पर उसके मामा का लड़का कुलदीप आया था. भाई रोहित उर्फ गजेंद्र, देवेंद्र और ककोड़ीखेड़ा गांव के कालू बंजारा घर में चाय पर रहे थे. तभी देवीसिंह के घर की तरफ से गाली-गलौज की आवाज आई. उसके पिता जगदीश सिंह दुकान के बाहर अलाव ताप रहे थे. गाली-गलौज सुनकर बाहर आए.
तभी देवीसिंह, उसका बेटा गोविंदसिंह और परिजन हाथों में सरिया, डंडे, पत्थर लेकर आए और उसके पिता जगदीशसिंह पर जानलेवा हमला कर दिया. बीच-बचाव करने पर आरोपियों ने तीनों भाइयों पर भी हमला किया. आरोपी हमला कर फरार हो गए. इसके बाद वे उसके पिता को गंभीर हालत में अकलेरा अस्पताल लाए, जहां से उसे झालावाड़ रैफर कर दिया. यहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. इधर, घटना की सूचना पर छबड़ा डीएसपी पूजा नागर ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया. साथ ही छीपाबड़ौद, हरनावदाशाहजी से जाब्ता बुलाकर गांव में तैनात किया गया है.
छबड़ा डीएसपी पूजा नागर ने बताया कि बंबोरी गांव के दोनों परिवारों के बीच लंबे समय से मतभेद हैं. दोनों परिवारों में अक्सर झगड़ा होता रहा है. दोनों भाई हिस्ट्रीशीटर भी हैं, इनके विरुद्ध 302 सहित दर्जनभर मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है. दूसरे पक्ष के सभी को पुलिस हिरासत में लिया है.
पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार सारथल थानाधिकारी किराड़ ने बताया कि सोमवार घटना की सूचना पर बंबोरी पहुंचे थे, जहां परिजन सभी घायलों को लेकर अकलेरा रवाना हो चुके थे. घटनास्थल पर पहुंचकर पूछताछ में पता चला कि दोनों परिवारों के बीच झगड़ा हुआ था, जिसमें एक परिवार के अधिक चोटें आने के उन्हें अकलेरा ले जाया गया, जहां से सभी घायलों को झालावाड़ रैफर कर दिया गया. वहां पहुंचकर मृतक के पुत्र भरत सिंह के बयानों के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया है. साथ ही पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है. जहां पुलिस बल की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया गया.
सारथल पुलिस पर मृतक के परिजनों ने कार्रवाई में लापरवाही को लेकर सवाल खड़ा किया है. परिजनों का कहना है कि अगर रविवार को ही पुलिस कार्रवाई कर देती तो यह घटना नहीं होती. इधर, थानाधिकारी किराड़ का कहना है कि दोनों परिवारों के बीच रविवार देर शाम कहासुनी हुई थी. इस पर पुलिस की ओर से कार्रवाई करते हुए जगदीशसिंह, देवीसिंह और उनके पुत्रों को पाबंद किया था. सोमवार को किसी बात पर इनमें फिर से झगड़ा हुआ था.
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