Alwar News: राजस्थान के रसगन गांव की हाबड़राम की ढ़ाणी में संचालित राजकीय प्राथमिक विद्यालय को समन्वय करने के आदेश के विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया. दुर्गम रास्तों और दूरी के कारण बच्चों की शिक्षा बाधित होने का खतरा है. ग्रामीण स्कूल को यथावत रखने की मांग कर रहे हैं.
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Rajasthan News: राजस्थान में सरकार ने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में राजकीय प्राथमिक विद्यालय संचालित कर शिक्षा के क्षेत्र में नई अलख जगाई थी, लेकिन अब शिक्षा विभाग इन विद्यालयों को समन्वय करने का आदेश जारी करने को लेकर अब विरोध में लोग सड़क पर उतर आए हैं और विरोध प्रदर्शन कर प्राथमिक विद्यालयों को समन्वय करने के जारी किए गए आदेशों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं.
खैरथल के निकटवर्ती गांव रसगन में स्थित हाबड़राम की ढ़ाणी में वर्ष 2013 से संचालित राजकीय प्राथमिक विद्यालय को यथावत रखने की मांग को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया, गांव की महिला और पुरुषों ने बताया कि गांव रसगन से तीन किलोमीटर की दूरी पर बसी हाबड़राम की ढ़ाणी में कई घरों की आबादी हैं, गांव से ढ़ाणी की दूरी अधिक होने और रास्ता दुर्गम होने के कारण उनके बच्चों को शिक्षा से वंचित रहना पड़ रहा था.
जिसको लेकर उन्होंने अपने बच्चों को शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए हाबड़राम की ढ़ाणी में सरकारी स्कूल खोलने की मांग को लेकर विधानसभा मुंडावर के पूर्व विधायक स्वर्गीय धर्मपाल चौधरी के समक्ष गुहार लगाई और स्कूल भवन के लिए सरकार को अपनी भूमि भी दान कर दी, 2013 में उनके गांव में स्कूल संचालित भी कर दिया गया, लेकिन अब उसे मर्ज किया जा रहा है, जिससे उनके बच्चों के सामने शिक्षा का संकट खड़ा हो गया.
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Reported By- कुलदीप मावर