अजमेर का ये 300 साल पुराना तालाब अब आनासागर की तरह होगा विकसित, बनी ये खास प्लानिंग
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अजमेर का ये 300 साल पुराना तालाब अब आनासागर की तरह होगा विकसित, बनी ये खास प्लानिंग

Ajmer News: अजमेर की प्रसिद्ध आनासागर झील की तर्ज पर पंचशील रोड पर स्थित चौरसिया वास गांव के तालाब का जीर्णोद्धार भी किया जा रहा है चौपाटी निर्माण के साथ ही अन्य तमाम सुविधाएं यहां पर संचालित की जाएगी.

 

अजमेर का ये 300 साल पुराना तालाब अब आनासागर की तरह होगा विकसित, बनी ये खास प्लानिंग

Ajmer : अजमेर की प्रसिद्ध आनासागर झील की तर्ज पर पंचशील रोड पर स्थित चौरसिया वास गांव के तालाब का जीर्णोद्धार भी किया जा रहा है चौपाटी निर्माण के साथ ही अन्य तमाम सुविधाएं यहां पर संचालित की जाएगी. जिससे कि आसपास के रहने वाले लोगों को घूमने-फिरने और पर्यटक स्थल मिल सके इसे लेकर अमृत योजना के तहत ढाई सौ मीटर लंबी और 3 मीटर चौड़ी चौपाटी का निर्माण कार्य शुरू हो गया है लेकिन अलग-अलग समस्याओं के चलते यह कार्य रुका हुआ है.

अजमेर नगर निगम के वार्ड संख्या 79 में स्थित चौरसिया वास तालाब 300 साल पुराना बताया जा रहा है इस तालाब में पहाड़ों का पानी संग्रहित किया जाता था और यह तालाब पुराने जमाने में लोगों की प्यास बुझाया है करता था . लेकिन बढ़ती आबादी और अतिक्रमण के चलते तालाब की सीमा भी छोटी हो गई और स्थानीय प्रशासन द्वारा देखरेख के अभाव के कारण उसमें लगातार गंदगी भी अपने पांव पसारने लगी अतिक्रमण के चलते तालाब लगातार अपना अस्तित्व खो रहा था.

 इसी को ध्यान में रखते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों और लोगों की ओर से इसके संरक्षण को लेकर आवाज को बुलंद किया गया. जिसके बाद अजमेर नगर निगम प्रशासन के साथ ही जिला प्रशासन की ओर से अमृत योजना के तहत इस तालाब का जीर्णोद्धार कर इसे संरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया नगर निगम की ओर से अमृत योजना के तहत 89 लाख की लागत से इस तालाब की पाल पर ढाई सौ मीटर लंबी और 3 मीटर चौड़ी चौपाटी का निर्माण किया जाएगा.

साथ ही झूले और अन्य व्यवस्थाएं भी यहां शुरू की जाएगी जिससे कि आसपास की कॉलोनी और क्षेत्रवासियों को यहां अच्छा पर्यटक स्थल मिल सके और वह यहां पिकनिक का आनंद ले सके. लंबे समय से इस तालाब में गंदगी का आलम पसरा हुआ था ऐसे में क्षेत्रवासियों की मांग भी थी इस पर आनासागर झील की तर्ज पर चौपाटी का निर्माण कराया जाए और चारों और इसकी बाउंड्री वॉल निर्धारित करते हुए चौपाटी का निर्माण किया जाए जिससे कि अतिक्रमण भी नहीं हो सके और इसमें हो रही गंदगी को भी रोका जा सके . 

चौरसिया वास तालाब में आसपास की कॉलोनियों का गंदा पानी भी नहीं आता ऐसे में पहाड़ों का पानी ही इसमें संग्रहित किया जाता था. लेकिन लगातार बढ़ती कॉलोनियों और गंदगी के कारण इसके हालात भी लगातार खराब होते नजर आ रही है. ऐसे में क्षेत्र वासियों ने नगर निगम प्रशासन और जिला प्रशासन से आनासागर झील की तर्ज पर इसकी संरक्षण के लिए चारों तरफ चौपाटी का निर्माण करने की मांग की है. जिससे कि इसे बचाया जा सके. यहां होने वाले निर्माण और जीर्णोद्धार के बाद क्षेत्र के पंचशील चौरसिया वास गांव रातीडांग माकड़वाली वैशाली नगर सहित अन्य कई कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को राहत मिलेगी .

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