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Yediyurappa Lucky Car: बेटे के नॉमिनेशन में 'लकी' कार से पहुंचे येदियुरप्पा, दिलचस्प है इस एंबेसडर की कहानी

Lucky Car Of Yediyurappa: कर्नाटक (Karnataka) के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) अपने बेटे बीवाई विजयेंद्र के नॉमिनेशन पर अपनी लकी कार से पहुंचे. ये बात अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. लोग येदियुरप्पा और उनकी पुरानी एंबेसडर कार की खूब चर्चा कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि येदियुरप्पा को अपनी इस कार से खासा लगाव है. येदियुरप्पा अपनी इस एंबेसडर कार को बहुत लकी मानते हैं. इसी लक को साथ रखने के लिए ही येदियुरप्पा बेटे के नॉमिनेशन में भी अपनी लकी कार से पहुंचे. आइए जानते हैं कि इस कार और उसके लकी होने की कहानी जानते हैं.

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बता दें कि शिवमोगा जिले की शिकारीपुरा विधानसभा सीट से 10 मई के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए जब गुरुवार को बीवाई विजयेंद्र अपना नॉमिनेशन भरने गए थे तब उनके पिता और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा उनके साथ अपनी ‘लकी’ एंबैसडकर कार में सवार होकर गए.

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पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के करीबी सूत्रों के मुताबिक, चुनावी राजनीति से संन्यास का ऐलान कर चुके बीजेपी के कद्दावर नेता को अपनी इस एंबेसडर कार से गहरा लगाव है. जान लें कि ये वही सफेद विंटेज कार है जिसमें बैठकर दशकों पहले बीएस येदियुरप्पा अपने पहले चुनाव के लिए नॉमिनेशन भरने गए थे और बाद में उन्होंने जीत भी दर्ज की थी.

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एक सूत्र ने बताया कि इस जीत के बाद येदियुरप्पा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. अपने पॉलिटिकल करियर में येदियुरप्पा ने कई उतार-चढ़ाव देखे. लेकिन वे 4 बार कर्नाटक के सीएम भी बने.

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गौरतलब है कि येदियुरप्पा साल 1983 में इसी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे. तब से वे लगातार 1999 तक इस सीट से विधायक रहे. फिर 1999 में हार के बाद येदियुरप्पा 2004 तक एमएलसी रहे. 2004 से 2014 तक फिर वे विधायक रहे.

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एक समय ऐसा भी था जब येदियुरप्पा ने बीजेपी से अलग होकर अपनी पार्टी बना ली थी. हालांकि, वे बाद में बीजेपी में लौट आए और 2014 में लोकसभा चुनाव जीतने में सफल रहे. इसके बाद वह साल 2018 में कर्नाटक की पॉलिटिक्स में लौट आए.

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