MP Mukhyamantri Kanya Vivah Yojana: उज्जैन में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 42 कन्याओं का आवेदन आया था और उन सभी कन्याओं का कन्यादान कराया जाएगा. नगर निगम ने तैयारियां शुरू कर दी है. आज ही जगह भी तय हो जाएगी. कन्याओं के खाते में 42 हजार की राशि दी जाएगी.
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Ujjain news: 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी के दिन नगर निगम मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनां के तहत सामूहिक विवाह का आयोजन करवाने वाला है. इस समारोह में जिन कन्याओं ने विवाह के लिए आवेदन भेजे थे उन सभी का कन्यादान करवाया जाएगा. त्योहारों और छुट्टियों के चलते विवाह के लिए आवेदन करने की तिथि बढ़ाई गई जो 5 नवंबर को खत्म हो गई. अब तक विवाह के लिए 42 आवेदन आए हैं. इसके साथ ही अगले चरण के आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.
वधुओं के खाते में डाले जाएंगे 49 हजार रुपए
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को सफल बनाने के लिए आवेदन के लिए चार दिन बढ़ाए गए थे, जिनमें 10 से 15 आवेदन और जुड़े. बता दें इस योजना के तहत प्रशासन द्वारा वधुओं के खाते में 49 हजार रुपए भी डाले जाएंगे. आवेदन को वेरिफिकेशन के लिए भोपाल भेजा गया है, जहां से आगे की प्रक्रिया पूरी होगी. कन्याओं के खातों में राशि सीधा प्रशासन द्वारा भेजी जाएगी.
नगर निगम द्वारा शादी के लिए तैयारियां शुरू की गई
इस योजना सफल बनाने के लिए नगर निगम जोर शोर से शादी के लिए तैयारियाों में जुट गई है। समारोह के लिए दशहरा मैदान व अन्य जगह पर बातचीत चल रही है लेकिन कोई जगह अभी तय नहीं हो पाई है, जिस पर चर्चा कर गुरुवार को जगह तय की जाएगी। जगह तय होने पर वहां टेंट लगाए जाएंगे व खाने-पीने की व्यवस्था की जाएगी। शादी में आवेदन की संख्या के अनुसार 42 पंडितों को बुलाया जाएगा। । नगर निगम अधिकारी मनोज मौर्य ने बताया कि पूरा नगर निगम शादी की तैयारियों में लगा हुआ है। आज जगह भी तय हो जाएगी. हम इस योजना का और हमारे आदरणीय मुख्यमंत्री जी का हम धन्यवाद करते हैं.
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना
मध्य प्रदेश सरकार ने एक अनोखी पहल शुरू की जिनमें ऐसे गरीब परिवार जो अपनी बेटी का विवाह करने में सक्षम नहीं हैं, उनकी मदद के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को शुरू किया है. इस योजना के तहत बेटियों के विवाह के समय 51,000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी. इस योजना के तहत राज्य की वह कन्याएं जो गरीब परिवार से हैं, तलाकशुदा और विधवा महिलाओं को पुनर्विवाह के लिए भी आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस योजना को इसलिए शुरू किया गया क्योंकि गरीब परिवारों को कन्या विवाह के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा इस योजना के माध्यम से सरकार बाल विवाह को भी रोकने का प्रयास कर रही है.