Chhattisgarh Panchayat Chunav: नारायणपुर जिले का अबूझमाड़ इलाका कभी नक्सलियों की राजधानी माना जाता था, लेकिन पंचायत चुनाव में यहां की अलग तस्वीर दिखी है.
अबूझमाड़ के पंचायत चुनाव में कुतुल ग्राम पंचायत से 6 प्रत्याशी मैदान में हैं वहीं अबूझमाड़ के कोहकामेटा ग्राम पंचायत से 14 प्रत्याशियों ने सरपंच पद के लिए पर्चा भरा है, जो यह बताता है कि अब यहां के लोगों का लोकतंत्र पर भरोसा बढ़ा है.
सब संभव पुलिस जवानों के लगातार आपरेशन ओर इन इलाकों में पुलिस बेस कैंप खुलने के बाद ही संभव हो पाया है, ओरछा ब्लाक के रिटर्निग आसिफर ने बताया कि पहली बार इतने प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, क्योंकि अब यहां नक्सल दहशत दूर हो चुकी है.
नारायणपुर जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर अति नक्सल प्रभावित कुतुल इलाके में 23 फरवरी को वोटिंग होगी, जहां बढ़चढकर ग्रामीण अपने मताधिकार का प्रयोग करते नजर आएंगे, जो एक बड़ी बात होगी.
नारायणपुर जिले का अबूझमाड़ जहां नक्सलियों के दहशत और फरमान के चलते लोकतंत्र को लेकर हमेशा विरोध रहा और इन इलाकों से कभी सरपंच पद के लिए कोई सामने नहीं आया, लेकिन अब लोग लोकतंत्र में भरोसा जता रहे हैं.
जो ग्रामीणों दशकों से नक्सल दहशत के साए में अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे उन्हें वर्षों बाद नक्सल दहशत से राहत मिलने पर ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना जागृत हुई है, सड़क मार्ग पक्का होने से यहां के लोग सीधे जिला मुख्यालय से जुड़ गए हैं.
छत्तीसगढ़ पंचायत चुनाव में जो इलाके नक्सल प्रभावित माने जाते हैं, उन इलाकों में पुलिस ने विशेष तैयारियां की हैं, जहां ग्रामीणों को सभी सुविधाएं भी वोटिंग के हिसाब से दिलाई जा रही हैं, ताकि उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े.
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