Chunavi Chatbox: चुनाव नजदीक हैं. सरकार वोट के लिए कई लोक लुभावन वादे रही हैं. जनत भी मुखर है. लोग सोशल मीडिया पर नेताओं को घेर रहे हैं. हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की, जिसके बाद जनता ने तंज कसना शुरू कर दिया.
शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के स्कूलों में रसोई का संचालन करने वाली महिलाओं को संबोधित किया. उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पर पोस्ट पर लिखा- 15 अगस्त से पहले रसोइया बहनों का मानदेय 2,000 से बढ़ाकर 4,000 रुपये करेंगे.
मुख्यमंत्री के इस ऐलान के जवाब में एक यूजर ने लिखा- रसोइयों का किया तो ठीक है वह तो समूह वाले काम करवाते हैं और वेतन आप बड़ा रहे हैं लेकिन उन समूह वालों को जो राशन विक्रेता राशन देता है वह भी आपका ही कर्मचारी हैं उनकी तरफ भी ध्यान देने का कष्ट करें.
एक अन्य यूजर ने तंज कसते हुए लिखा- जो विभाग सर्वाधिक जोखिम भरा है, बिजली आउटसोर्स कर्मी है वो कम वेतन में कार्य करते हैं. वह भी समय पर नहीं मिल रहा. आपके द्वारा जॉब सिक्योरिटी, वेतन वृद्धि नहीं की जा रही, उनके बारे में भी विचार करने का अनुरोध हैं.
एक यूजर ने तो मुख्यमंत्री को करारा जवाब दिया, उसने लिखा- सबसे पहले आप गांव तक रोड पहुंचाने का काम करें मामा जी. मेरे गांव की रोड आज हम लोगों को बहुत दुःख होता हैं कि भाजपा को सपोर्ट किया फिर भी रोड नहीं है.
कमेंट बॉक्स में एक यूजर ने लिखा- आदरणीय भाईसाब जी जिला हॉस्पिटल में मध्य प्रदेश के कार्यरत रोगी कल्याण के कर्मचारियों की भी सोचो. जो विगत के वर्ष से 3300 रुपए माह वेतन पर कार्य कर रहे हैं. मामा जी आप सब के लिए सब कुछ कर रहे हैं.
एक महिला यूजर ने लिखा- मामाजी, लाडली बहिना के भाई अतिथि शिक्षकों को भी राखी के त्यौहार तक कुछ सौगात दीजिए, ताकि बहिना के लिए हम भी भाई का धर्म निभाते हुए कुछ भेंट कर सके. अल्प मानदेय से परिवार भरण पोषण से लाचार होने से सैकड़ों अतिथि आत्महत्या कर चुके हैं.
यूजर ने रेवड़ी कल्चर पर कटाक्ष करते हुए लिखा- सर जी, ये जनता का टैक्स का पैसा है. आपके घर का नहीं कि जैसे चाहो और जितना चाहो उड़ा दो. बस मुफ्त में देना सीख गए आप. ऐसे प्रदेश की प्रगति नहीं होती.
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