अस्पताल में ऐसा होने लगा? गुजरात के एक अस्पताल के लेबर रूम का वीडियो एक गैंग ने 2000 रुपये में बेचना शुरू कर दिया. चिंता की बात यह है कि इस गैंग ने इंटरनेशनल हैकर की मदद से सीसीटीवी फुटेज जुटा ली.
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यह खबर हर शख्स को चिंतित कर सकती है. अस्पताल में जांच कराने जाने वाली महिलाओं का वीडियो ऑनलाइन कैसे आ सकता है? गुजरात पुलिस ने इस बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है. महिला मरीजों के हैक किए गए वीडियो हासिल करने और उन्हें यूट्यूब एवं टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए बेचने के आरोप में महाराष्ट्र से दो और यूपी से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने महिला मरीजों की क्लिप हासिल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय हैकर की मदद ली थी. यह जानकारी अपने आप में लोगों को हैरान करती है. अहमदाबाद पुलिस ने 17 फरवरी को एक अस्पताल के प्रसूति कक्ष (लेबर रूम) के अंदर डॉक्टरों द्वारा महिला मरीजों की जांच करने के वीडियो ऑनलाइन प्रसारित होने के बाद मामला दर्ज किया था.
वीडियो सीसीटीवी फुटेज लग रहा है. इस वीडियो में महिला मरीजों को एक अस्पताल के बंद कमरे में महिला डॉक्टर द्वारा जांच करते या एक नर्स द्वारा इंजेक्शन लगाते देखा जा सकता है. अहमदाबाद साइबर अपराध शाखा की ओर से बताया गया है कि पुलिस ने बाद में पता लगाया कि वीडियो राजकोट स्थित अस्पताल ‘पायल मैटरनिटी होम’ के सीसीटीवी फुटेज का हिस्सा थे.
इसमें कहा गया कि कुछ हैकर ने अस्पताल की सीसीटीवी प्रणाली में सेंध लगाई और फुटेज हासिल कर ली. बाद में कुछ क्लिप तीन यूट्यूब चैनल द्वारा साझा की गईं, जिनके विवरण में एक टेलीग्राम समूह का लिंक था.
अधिकारियों ने कहा कि उस टेलीग्राम समूह में प्रति वीडियो के लिए 2,000 रुपये मांगे गए थे. बयान में कहा गया है कि साइबर पुलिस ने इस गिरोह को चलाने वाले तीन लोगों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार किया. आरोपियों की पहचान महाराष्ट्र के लातूर और सांगली के क्रमशः प्रज्वल तेली, प्रज पाटिल और उत्तर प्रदेश के चंद्र प्रकाश के रूप में हुई है. पुलिस ने कहा कि तीनों आरोपियों ने वीडियो हासिल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय हैकर की मदद ली और सोशल मीडिया मंच के जरिए क्लिप बेचने की कोशिश की. (भाषा)