महाराष्ट्र चुनाव: संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी... 1949 के संपादकीय पर खरगे ने BJP को घेरा
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महाराष्ट्र चुनाव: संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी... 1949 के संपादकीय पर खरगे ने BJP को घेरा

Mallikarjun Kharge: खरगे ने कहा, ‘BJP/RSS के नेता संविधान को बार-बार नक्सलवाद से जोड़कर क्या देश में मनुस्मृति लागू करने का अपना पराजित एजेंडा लाना चाहते है?’ भाजपा/आरएसएस के नेता ये बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं कि संविधान सभी को बराबरी का हक देता है और दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक व गरीब वर्गों को शक्ति प्रदान करता है.'

महाराष्ट्र चुनाव: संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी... 1949 के संपादकीय पर खरगे ने BJP को घेरा

Mallikarjun Kharge: लोकसभा चुनावों के 6  महीने बाद एक बार फिर देश में संविधान-संविधान की गूंज सुनने को मिल रही है. महाराष्ट्र में मुस्लिम वोटों को एकजुट करने के लिए कथित 'भाईजान' वाली टूल किट काम कर रही है. उधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की उस टिप्पणी को लेकर उनकी आलोचना की जिसमें उन्होंने राहुल गांधी पर संविधान की ‘लाल कवर वाली’ प्रति दिखाने का आरोप लगाया था.

खरगे ने कहा, महाराष्ट्र और देश की जनता ‘संविधान विरोधी और आरक्षण विरोधी’ भाजपा को करारा जवाब देगी. उनकी ये टिप्पणी फडणवीस द्वारा ये पूछे जाने के बाद आई कि राहुल गांधी संविधान की लाल कवर वाली प्रति दिखाकर क्या संदेश देना चाहते हैं. उन्होंने कांग्रेस नेता पर अराजकतावादियों का गठबंधन बनाने का भी आरोप लगाया. खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘X' पर एक पोस्ट में लिखा, ‘यह सवाल हम महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व असम के मुख्यमंत्री से तो पूछ ही रही रहे हैं, मोदी जी, जिनको लोकसभा चुनाव के बाद संसद में संविधान को झुककर प्रणाम करना पड़ा, उनसे भी पूछ रहे हैं.’

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खरगे ने कहा, ‘BJP/RSS के नेता संविधान को बार-बार नक्सलवाद से जोड़कर क्या देश में मनुस्मृति लागू करने का अपना पराजित एजेंडा लाना चाहते है?’ भाजपा/आरएसएस के नेता ये बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं कि संविधान सभी को बराबरी का हक देता है और दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक व गरीब वर्गों को शक्ति प्रदान करता है. खरगे ने कहा कि आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर ने 30 नवंबर, 1949 के अंक में संपादकीय में लिखा था कि भारत के इस नए संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें भारतीय कुछ भी नहीं है'.

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न्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) साफ तौर पर भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता यानी बाबासाहेब डॉ भीमराव आंबेडकर के विरोध में और मनुस्मृति के समर्थन में था. खरगे ने कहा, ‘देश जानता है कि संघ परिवार ने उस समय किस तरह संविधान की प्रतियां जलाईं व पंडित जवाहर लाल नेहरू और बाबासाहेब आंबेडकर जी के पुतले फूंके थे!’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और देश की जनता संविधान विरोधी तथा आरक्षण विरोधी भाजपा को करारा जवाब देगी.

राहुल गांधी ने गुरुवार को सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर एक पोस्ट में फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा था कि महाराष्ट्र के पूर्व CM के अनुसार, बाबासाहेब के संविधान को दिखाना और जाति जनगणना के लिए आवाज उठाना एक ‘नक्सली विचार’ है. उन्होंने कहा था, ‘लोकसभा चुनाव के दौरान, महाराष्ट्र के लोगों ने संविधान के लिए लड़ाई लड़ी और महा विकास आघाडी को बड़ी जीत दिलाई.’ गांधी ने कहा था, ‘महाराष्ट्र की जनता भाजपा द्वारा बाबासाहेब का अपमान किए जाने को बर्दाश्त नहीं करेगी और संविधान पर होने वाले हर हमले का कांग्रेस तथा महा विकास अघाड़ी के साथ मिलकर पूरी ताकत से जवाब देते हुए संविधान की रक्षा करेगी.’

खरगे इस रैली में खुद संविधान सम्मान सम्मेलन नामक कार्यक्रम में संविधान की लाल रंग के कवर वाली एक प्रति लेकर पहुंचे थे. (इनपुट: भाषा)

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