BPSC Latest News: रविवार को अभ्यर्थी गांधी मैदान पहुंचे और वहां से मुख्यमंत्री आवास की ओर पैदल कूच किया. इस मार्च में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी अभ्यर्थियों के साथ शामिल हुए थे.
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BPSC Protest: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) री एग्जाम को लेकर जारी बवाल के बीच प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष समेत 600-700 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
दरअसल, बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलनरत अभ्यर्थी अब सड़क पर उतर गए हैं. रविवार को अभ्यर्थी गांधी मैदान पहुंचे और वहां से मुख्यमंत्री आवास की ओर पैदल कूच किया. इस मार्च में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी अभ्यर्थियों के साथ शामिल हुए थे.
छात्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर उनके सामने अपनी मांग रखना चाहते हैं. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिलहाल दिल्ली में हैं और बताया जा रहा है कि वह पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय मनमोहन सिंह के परिजनों से मिलने गए हैं.
धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए प्रशांत किशोर
इससे, पहले बड़ी संख्या में अभ्यर्थी गांधी मैदान पहुंचे और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया. प्रशांत किशोर ने छात्रों की एक कमेटी बनाने और धरना जारी रखने की बात कही. इसके बाद किशोर ने सरकार को दो दिन का समय देने की वकालत की. लेकिन, अभ्यर्थी नहीं माने और रविवार को ही मार्च करने का निर्णय लिया.
अभ्यर्थियों ने गांधी मैदान से मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. बावजूद इसके, अभ्यर्थी जेपी गोलंबर तक पहुंचने में सफल रहे. विरोध कर रहे प्रदर्शनकाारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने रविवार को पानी की बौछारें की और हल्का बल भी प्रयोग किया.
21 ज्ञात और 600-700 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR
पटना के DM चंद्रशेखर सिंह ने बताया है कि प्रदर्शनकारियों ने शाम को मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर भी शामिल थे. उन्होंने बताया कि गांधी मैदान से जेपी गोलंबर की ओर मार्च करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर बैरेकैडिंग लांघने की भी कोशिश की.
उन्होंने कहा, "प्रशासन ने कल ही स्पष्ट कर दिया था कि पटना के गांधी मैदान में कोई भी प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं होगी, इसके बावजूद प्रदर्शनकारी वहां रविवार को इकट्ठा हुए. जिला पुलिस ने प्रशांत किशोर, उनकी पार्टी के अध्यक्ष मनोज भारती, शहर के शिक्षक रामान्शु मिश्रा समेत 21 ज्ञात और 600-700 अज्ञात लोगों के खिलाफ अधिकारियों की मंजूरी के बिना गांधी मैदान में छात्रों की सभा आयोजित करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है."
किशोर रविवार को अपराह्न प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और करीब एक घंटे बाद वहां से चले गए. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वह ‘‘निजी दौरे पर दिल्ली तो चले गए हैं, लेकिन उनके पास अपने राज्य के युवाओं के लिए समय नहीं है.’’ किशोर ने अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए यह सुझाव दिया कि छात्र ‘‘सौ-सौ की संख्या में अनशन पर बैठें ताकि कम लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़े.’’
री एग्जाम की मांग कर रहे छात्र
पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को जेपी गोलंबर के पास उस समय हिरासत में लिया, जब उन्होंने जेपी गोलंबर के पास सड़क पर लेटकर यातायात अवरुद्ध कर दिया और सड़क को खाली करने से इनकार कर दिया. पटना डीएम ने कहा, ‘‘प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें की गईं और हल्का बल प्रयोग किया गया.’’
बीपीएससी द्वारा आयोजित 70वीं एकीकृत संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई), 2024 का प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के कारण अभ्यर्थी एक सप्ताह से अधिक समय से परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
(इनपुट- एजेंसी)