RSS in Bihar Chunav 2025: संघ को पता है कि जो फॉर्मूला हरियाणा और दिल्ली में काम कर गया, बिहार में भी कर पाए यह जरूरी नहीं है. वैसे भी बिहार में दिल्ली और हरियाणा जैसे छोटे राज्यों के फॉर्मूलों से फर्क नहीं पड़ता. इसलिए संघ बिहार के लिए एक्सक्लूसिव फॉर्मूले के साथ काम कर रहा है.
Trending Photos
BIhar Chunav 2025: हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में जीत हासिल करने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अब बिहार फतह की मुहिम तेज कर दी है. संघ ने बिहार के लिए अंदरखाने भाजपा को राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनाने के मिशन में जुट गया है. आरएसएस इसी वर्ष शताब्दी समारोह भी मनाएगा और विजयादशमी के दिन इसकी शुरुआत होने वाली है. बिहार में अगर फतह हासिल होती है तो फिर आरएसएस के लिए अपने शताब्दी वर्ष में इससे बड़ा तोहफा और क्या हो सकता है.
READ ALSO: 24 फरवरी को भागलपुर आ रहे पीएम मादी, कार्यक्रम स्थल के आसपास धारा 144 लागू
दिल्ली विधानसभा चुनाव में 27 वर्ष के बाद मिली विजय के पीछे आरएसएस की रणनीति को बताया जा रहा है. अब बिहार में चुनावी वर्ष को लेकर संघ ने कमर कस ली है. अंदरखाने रणनीति बनाकर इसपर काम किया जा रहा है. इसके लिए दिल्ली और हरियाणा से अलग रणनीति संघ ने तैयार की है. RSS बिहार को जीतने के लिए 3S यानी शक्ति, शाखा और संपर्क फॉर्मूले पर काम कर रहा है. जानकारों का मानना है कि हिन्दू कार्ड को लेकर यहां गोलबंदी की कवायद की जाएगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बीजेपी यहां सामाजिक समीकरण से लेकर स्थानीय स्तर तक मुद्दों को लेकर सजग है.
बिहार में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का लक्ष्य लालू प्रसाद यादव और राजद को हाशिए पर लाना है. मुस्लिम मतदाताओं में बिखराव को लेकर इस बार जन सुराज पार्टी और एआईएमआईएम भी सहायक साबित हो सकती है. वहीं हिन्दू वोट बैंक को एकत्रित करने के लिए जमीनी स्तर पर काम किया जा रहा है.
READ ALSO: नीतीश खुद हटें न हटें, भाजपा उन्हें हटाए या न हटाए पर जनता मन बना चुकी है: पीके
विजयादशमी के दिन संघ के 100 साल पूरे हो रहे हैं और बिहार में संघ की शाखा बढ़ना तय है. प्रति 10 हजार लोगों पर संघ की शाखा हो, इसके लिए प्रयास किया जा रहा है. शाखा के जरिए लोगों को जोड़ना और विचारों को आगे बढ़ाना तय किया गया है. बीजेपी के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि राष्ट्रवाद और समाज निर्माण के लिए संघ काम कर रहा है और पार्टी का मुद्दा भी राष्ट्रवाद है. वही बिहार सरकार की मंत्री रेणु देवी का कहना है कि घर-घर तक पहुंच कर अपनी बातों को रखेंगे.
अगले 8 महीने तक संघ की कोशिश बिहार के हर घर पर दस्तक देने की है. हालांकि, संघ से जुड़ा कोई भी पदाधिकारी अंदरखाने की बातों को कहने से परहेज कर रहा है लेकिन सूत्रों की माने तो बिहार में संघ की रणनीति 3 बिंदुओं पर काम करेगी. सर्वे के जरिए नाराज वोटर्स और मुद्दे की पहचान की जाएगी. चुनाव से पहले संघ अपना निजी सर्वे कराकर यह जानने की कोशिश करेगा कि किस उम्मीदवार के प्रति क्षेत्र में क्या माहौल है.
संघ यह भी जानने की कोशिश करने वाला है कि बीजेपी के लिए कौन सा मुद्दा फायदेमंद साबित होगा और किस मुद्दे का दुष्प्रभाव हो सकता है. यह सर्वे बहुत गुप्त तरीके से किया जाने वाला है. संघ ने बिहार को दो प्रांतों उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार में बांटा है. उत्तर बिहार में यह मुजफ्फरपुर और दक्षिण बिहार में पटना से संचालित होता है. दोनों प्रांतों को मिलाकर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में शाखा की संख्या बढ़ाई जा रही है.
READ ALSO: Bihar Politics: कांग्रेस फिर कुछ ऐसा करने जा रही है कि चिढ़ जाएंगे लालू और तेजस्वी!
मार्च में बिहार में संघ की बड़ी बैठक होनी है. हर एक बूथ का सर्वे कराकर कमजोरी और मजबूती के कारणों पर प्रकाश डाला जाएगा. बिहार विधानसभा में बीजेपी अभी सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन बिहार में अब तक बीजेपी अपने बूते सरकार नहीं बना पाई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत भी बीजेपी के लिए विधानसभा चुनाव में चुनौती है. नीतीश जनसभा कर पाएंगे या नहीं, यह भी एक बड़ी चुनौती हो सकती है. आने वाले दिनों में क्या स्थिति बनेगी, यह देखने वाली बात होगी.
पटना से रजनीश की रिपोर्ट
बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!