World Rose Day 2022: क्यों मनाया जाता है 'वर्ल्ड रोज डे', कैंसर से क्या है इसका जुड़ाव
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World Rose Day 2022: क्यों मनाया जाता है 'वर्ल्ड रोज डे', कैंसर से क्या है इसका जुड़ाव

World Rose Day 2022: हर साल कैंसर से जूझ रहे लोगों के जीवन में खुशियां लाने और जीवन का महत्व समझाने के लिए 22 सितंबर को वर्ल्ड रोज डे मनाया जाता है. इसका उद्देश्य कैंसर पीड़ितों का दुख बांटना है.

World Rose Day 2022: क्यों मनाया जाता है 'वर्ल्ड रोज डे', कैंसर से क्या है इसका जुड़ाव

पटनाः World Rose Day 2022: फरवरी में आने वाले 'रोज डे' के बारे में तो आपने सुना ही होगा, लेकिन क्या आप जानते है कि ये सितंबर में भी आता है. बहुत कम लोगों को पता होगा कि हर साल कैंसर से जूझ रहे लोगों के जीवन में खुशियां लाने और जीवन का महत्व समझाने के लिए 22 सितंबर को वर्ल्ड रोज डे मनाया जाता है. इसका उद्देश्य कैंसर पीड़ितों का दुख बांटना है. ऐसे में आप भी कैंसर पीड़ित लोगों से उनका दर्द बांट सकते हैं. 

'वर्ल्ड रोज डे​' का इतिहास 
हर साल कनाडा की 12 वर्षीय लड़की मेलिंडा रोज की याद में मनाया जाता है. मेलिंडा रोज को  साल 1994 में महज 12 साल की उम्र में ही ब्लड कैंसर हो गया था. इलाज के बाद डॉक्टरों ने कहा था कि मेलिंडा रोज एक हफ्ते से ज्यादा जीवित नहीं रह पाएंगी, लेकिन छोटी-सी बच्ची ने हार नहीं मानी और डॉक्टरर्स को गलत साबित कर दिखाया. करीब मेलिंडा 6 महीने तक जिंदा रही और फिर दुनिया को अलविदा कह दिया. मेलिंडा 6 महीने तक कैंसर से लड़ी और लोगों के लिए एक मिसाल बन गई. जीवित रहते हुए उन्होंने कई कविताएं और पत्र लिखें.

दिया जाता है 'कैंसर पीड़ित मरीज' को गुलाब
रोज डे एक ऐसा दिन है जो कैंसर से लड़ने वाले लोगों में आशा और उत्साह फैलाने का काम करता है, क्योंकि लगभग सभी कैंसर के इलाज में शारीरिक रूप से बहुत कष्ट होता है. ऐसे में उन्हें खुश रखना जरूरी होता है. ये दिन कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है. 'विश्व रोज डे' के दिन कैंसर पीड़ित मरीज को गुलाब दिया जाता है जिससे कैंसर जैसी घातक बीमारी से लड़ने की शक्ति मिले. 

कैंसर पीड़ितों को गुलाब देकर दे संदेश
'वर्ल्ड रोज डे​' पर कैंसर पीड़ितों को गुलाब देकर यह संदेश देने की कोशिश की जाती हैं कि कैंसर जिंदगी का अंत नहीं है. कैंसर से लड़ा जा सकता है और लड़कर कैंसर पर जीत हासिल की जा सकती है. ऐसा देखा जाता है कि लोग कैंसर का नाम सुनते ही हिम्मत को बैठते है. वह सोचते है कि अब वो जिंदा नहीं रह पाएंगे. तो अगर आप भी कैंसर पीड़ितों को जानते है तो उन्हें गुलाब देकर यकीन दिलाएं कि उनकी जिंदगी गुलाब की तरह एक बार फिर महक उठेंगी. 

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