पेट्रोल-डीजल के भाव को काबू में लाने के लिए सरकार ने 4 नवंबर 2021 में पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली केंद्रीय एक्साइज ड्यूटी में 5 रुपये और 10 रुपये की कटौती की थी. इसके अलावा 22 मई 2022 को 8 रुपये और 6 रुपये की कटौती की गई थी.
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पटना : पेट्रोल और डीजल के बढ़ते भाव की वजह से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. सरकार ने एक्साइज में कटौती कर इसे सामान्य करने की भले कोशिश की हो लेकिन अभी भी हालत सामान्य से ज्यादा खराब हैं. डीजल और पेट्रोल के दाम अभी भी आसमान पर हैं. ऐसे में लोगों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है, बढ़ती महंगाई की एक वजह यह भी है. ऐसे में विदेशी बाजारों से अच्छी खबर आ रही है. अंतरार्ष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल के दामों में जोरदार गिरावट देखने को मिल रही है.
ऐसे में यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द ही लोगों को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत मिल सकती है. आपको बता दें कि इसके संकेत मिलने भी लगे हैं. पिछले 4 दिनों में विश्व बाजार में कच्चे तेल (Crude oil WTI) की कीमत में लगभग 12 डॉलर गिरावट आई है. वहीं अगर Crude oil Brent की बात की जाये तो इसमें लगभग 13 डॉलर की गिरावट देखने को मिल रही है.
1 महीने में कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त गिरावट
पिछले 1 महीने में क्रूड ऑयल में जोरदार गिरावट देखने को मिल रही है, 29 जून को क्रूड ऑयल WTI का भाव 114 डॉलर के पास था. अगर अभी की बात करें तो WTI का भाव 90 डॉलर के पास है. मतलब 1 महीने में लगभग 24 डॉलर की गिरावट देखने को मिली. वही ब्रेंट ऑयल का भाव 121 डॉलर के पास था जो गिरकर 96 पहुंच गया है लगभग 25 डॉलर की गिरावट यहां भी देखने को मिल रही है. भारतीय बाज़ारों के लिहाज से बात करें तो 29 जून को भाव 8800 रुपये प्रति बैरल चल रहा था जिसमें जबरदस्त गिरावट देखने को मिली और कीमत गिरकर 7200 रुपये प्रति बैरल आ गया है.
क्या पेट्रोल-डीजल के दामों हो होगी कटौती ?
लगातार कच्चे तेल के दामों में हुई बढ़ोत्तरी की वजह से देश में पेट्रोल और डीजल के भावों में आग लगी हुई है, लेकिन कच्चे तेल में गिरावट के बाद ये उम्मीद लगाई जा सकती है कि आम लोगों को राहत देने के लिए सरकार दामों में कमी करने के बारे में सोच सकती है.
पेट्रोल-डीजल के भाव को काबू में लाने के लिए सरकार ने 4 नवंबर 2021 में पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली केंद्रीय एक्साइज ड्यूटी में 5 रुपये और 10 रुपये की कटौती की थी. इसके अलावा 22 मई 2022 को 8 रुपये और 6 रुपये की कटौती की गई थी.
अब जब अंतरार्ष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल के दामों गिरावट देखने को मिल रही है तो उम्मीद लगाई जा सकती है कि सरकार आम लोगों को राहत देने के बारे में सोच सकती है और पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी की जा सकती है.
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