Motihari News: जिस आरोपी को चरस के साथ पकड़ा उसे पहचानने से किया इंकार, एसपी ने थानेदार को किया निलंबित
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Motihari News: जिस आरोपी को चरस के साथ पकड़ा उसे पहचानने से किया इंकार, एसपी ने थानेदार को किया निलंबित

Motihari News: बिहार के मोतिहारी में एसपी स्वर्ण प्रभात ने एक थानेदारी को निलंबित कर दिया है. दरअसल थानेदार ने जिस आरोपी को डेढ़ साल पहले जिस आरोपी को गिरफ्तार किया था उसे पहचानने से इंकार कर दिया था.  

एसपी ने थानेदार को किया निलंबित

मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां पुलिस ने चरस के साथ जिन तस्करो को डेढ़ साल पहले गिरफ्तार किया था उसमें से एक को पुलिस ने कोर्ट में पहचानने से ही इनकार कर दिया. जिसका फायदा मोटरसाइकिल चलाने वाले चरस तस्कर को मिला. वहीं चरस तस्कर को पहचानने से इनकार करने वाले थानाध्यक्ष को एसपी स्वर्ण प्रभात ने निलंबित करते हुए उनके द्वारा अर्जित संपत्ति की जांच करने का आदेश दे दिया है. एसपी के इस सख्त कदम से मोतिहारी के कई थानेदारों की रात की नींद उड़ गई है.

दरअसल रामगढ़वा के तत्कलीन थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान ने डेढ़ साल पहले मोटरसाइकिल सवार तीन तस्करो को गिरफ्तार किया था. तीनो में से दो के पीठ पर चरस से भरा बैग था जबकि एक मोटरसाइकिल चला रहा था. तीनों तस्कर को तत्कालीन थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान ने ना सिर्फ गिरफ्तार किया था बल्कि वो खुद इस एफआईआर के सूचक भी थे. मामला मोतिहारी के सिविल कोर्ट में चल रहा था. कोर्ट में NDPS act के तहत रामगढ़वा थाना में दर्ज कांड संख्या 277/23 केश के सुनवाई के दौरान पांच माह पहले सूचक इंद्रजीत पासवान का बयान हुआ था. जिसमें उन्होंने दो तस्करों को तो पहचान लिया था पर एक तस्कर को नहीं पहचान सके थे. जो अब इंद्रजीत पासवान के निलंबन का कारण बना है.

दरअसल न्यायालय से सरकारी वकील ने इंद्रजीत पासवान के खिलाफ मोतिहारी एसपी को रिपोर्ट भेजा था. जिसमें इंद्रजीत पासवान के होस्टाइल हो जाने का जिक्र किया गया. इंद्रजीत पासवान वर्तमान समय मे बंजरिया के थानाध्यक्ष के पद पर थे. इंद्रजीत पासवान का पीछा कोर्ट ने कोई पहली बार नही किया है. इससे पहले जब वो रामगढ़वा थानाध्यक्ष थे तब उच्च न्यायालय के एक मामले में तत्कलीन मोतिहारी एसपी ने लाइन क्लोज किया था, यानी रामगढ़वा थाना की थानेदारी भी कोर्ट के कारण ही गई थी और अब बंजरिया थाना की थानेदारी भी कोर्ट के कारण ही गई है.

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हालांकि इस मामले में इंद्रजीत पासवान कहते है कि एक सप्ताह पहले उन्होंने एक सरकारी वकील के खिलाफ एसपी से लिखित शिकायत की थी. अब यह महज संयोग ही है कि पांच माह पुराने मामले में कार्रवाई तब हुई जब एक सरकारी वकील के खिलाफ इंद्रजीत पासवान ने लिखित शिकायत उच्च अधिकारी के पास भेजा है. इंद्रजीत पासवान से बंजरिया इलाक़े के कई जनप्रतिनिधि भी नाराज चल रहे थे. बंजरिया के प्रमुख कहते है कि उन्होंने थाना पर आना जाना छोड़ दिया है क्योंकि थाना थानाध्यक्ष नहीं उनका दलाल चलाता है. बंजरिया के प्रमुख ने बताया कि इंद्रजीत पासवान के तीन चहेते थे जो पुलिसकर्मी तो नहीं थे पर थानाध्यक्ष के बाद वही थाना को चलाता था. प्रमुख ने कुंदन पासवान,राहुल पासवान और विजय पासवान के मोबाइल का सीडीआर और बैंक अकाउंट जांच कराने की मांग की है. इधर इंद्रजीत पासवान ने प्रमुख को वारंटी बताया है तो प्रमुख ने पे फोन का स्क्रीन शॉट जारी करते हुए दावा किया है कि थाना की वसूली यही तीनो करते थे.

इनपुट- पंकज कुमार

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