Arthritis: डेली लाइफ को प्रभावित कर सकता है गठिया, इस बीमारी से बचने के लिए आज से करें ये 6 काम
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Arthritis: डेली लाइफ को प्रभावित कर सकता है गठिया, इस बीमारी से बचने के लिए आज से करें ये 6 काम

गठिया एक बीमारी है, जिसमें एक से अधिक जोड़ों की सूजन व दर्द होता है. गठिया सबसे अधिक घुटनों, कूल्हों, रीढ़ और हाथों को प्रभावित करता है. इसके खतरे को कम करने के लिए आज से करें ये काम.

प्रतिकात्मक तस्वीर

गठिया एक या एक से अधिक जोड़ों की सूजन है, जिसके परिणामस्वरूप दर्द, सूजन, कठोरता और ज्वाइंट्स को सामान्य रूप से चलाने या उपयोग करने में असमर्थ हो सकती है. गठिया सबसे अधिक घुटनों, कूल्हों, रीढ़ और हाथों को प्रभावित करता है. एक बार जब ज्वाइंट कार्टिलेज डैमेज हो जाती है, तो इसको बदलना मुमकिन नहीं है. इसलिए कम उम्र से ही ज्वाइंट को कार्टिलेज डैमेज से बचाने में समझदारी है. आज हम आपको बताएंगे कि गठिया के खतरे को कम करने लिए क्या-क्या कर सकते हैं.

1. हेल्दी बॉडी वेट बनाए रखें
शरीर का अतिरिक्त वजन जोड़ों पर अतिरिक्त भार डालकर उन्हें तेजी से घिसने का कारण बन सकता है. शरीर के वजन का हर एक अतिरिक्त किलो घुटने के जोड़ पर चार से छह किलो का ज्यादा भार डालता है. एक हेल्दी बॉडी वेट वह होता है, जिसका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 18.5 और 24.9 के बीच होता है.

2. धूम्रपान न करें
धूम्रपान कार्टिलेज को डैमेज कर सकता है और गठिया को ज्यादा खराब कर सकता है. धूम्रपान छोड़ने से गठिया से बचाने में मदद मिल सकती है.

3. नियमित रूप से व्यायाम
नियमित रूप से हेल्दी व्यायाम करने से जोड़ों की ताकत और लचीलेपन को बनाए रखने में मदद मिल सकती है. व्यायाम से कार्टिलेज की रक्षा करने में भी मदद मिलती है. रोजाना आधा घंटा व्यायाम करना चाहिए और हफ्ते में 3-4 दिन व्यायाम करना चाहिए. चलना, साइकिल चलाना, दौड़ना और तैराकी हेल्दी व्यायाम हैं. हालांकि, अगर आपको पहले से ही घुटने में दर्द या गठिया है, तो दौड़ने को अपने व्यायाम में ना शामिल करें.

4. हेल्दी और बैलेंस डाइट फॉलो करें
हेल्दी बॉडी वेट बनाए रखने के लिए अपनी डाइट में कैलोरी को नियंत्रित करें. अपनी डाइट में अदरक, लहसुन, मछली, मेवे, जामुन, रंगीन फल और पत्तेदार सब्जियां शामिल करें. ये सभी गठिया के खिलाफ मदद करती है और इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है. अत्यधिक नमक, चीनी, प्रोसेस्ड, रिफाइंड फूड और सैचुरेटेड फैट से बचें, जिससे शरीर में सूजन बढ़ सकता है. अपने ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखें क्योंकि डायबिटीज से ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है. अच्छी तरह से कंट्रोल ब्लड शुगर का लेवल गठिया के विकास और प्रगति को रोक सकता है.

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