Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने बड़े कार चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है. हैरान करने वाली बात यह है कि इस गिरोह का सरगना मोहम्मद अनस मेरठ की किठौर विधानसभा से 2022 में आजाद समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ चुका है.
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Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने बड़े कार चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है. हैरान करने वाली बात यह है कि इस गिरोह का सरगना मोहम्मद अनस मेरठ की किठौर विधानसभा से 2022 में आजाद समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ चुका है. पुलिस ने इस शातिर गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कई चोरी की लग्जरी कार बरामद की है. मुख्य आरोपी और उसके कुछ गुर्गे अब भी फरार हैं.
ऐप के जरिये एक-दूसरे से जुड़े थे चोर
दिल्ली पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों पवन कुमार, फरियाद उर्फ फरी, प्रशांत कुमार, समीर, और मुकीम को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से पांच लग्जरी गाड़ियां, कार चोरी करने के उपकरण, फर्जी नंबर प्लेट और तकनीकी उपकरण बरामद हुए हैं. गिरोह ने अपने सदस्यों के बीच संचार के लिए एक विशेष ऐप तैयार किया था.
सीसीटीवी फुटेज से महत्वपूर्ण सुराग मिले
इस ऐप के जरिये वे देशभर में आपस में जुड़े रहते थे. पुलिस के अनुसार मेरठ और मुजफ्फरनगर में सक्रिय इस गिरोह के सरगना गड्डू की तलाश जारी है. दिल्ली के साउथ-वेस्ट डिस्ट्रीक्ट के डीसीपी रोहित मीणा के मुताबिक इंस्पेक्टर गौतम मलिक की टीम को सीसीटीवी फुटेज से महत्वपूर्ण सुराग मिले. जिससे यह साफ हुआ कि दिल्ली में हाल में हुई अधिकतर कार चोरी की वारदातों में गड्डू गिरोह शामिल है.
पुलिस ने मेरठ और दिल्ली में छापेमारी की
पुलिस ने मेरठ और दिल्ली में छापेमारी की. जिसमें छह बदमाशों को पकड़ा गया. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे दिल्ली से लग्जरी गाड़ियां चुराते थे और फिर उन्हें गिरोह के अन्य सदस्यों को बेच देते थे. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि चोरी के लिए सॉफ्टवेयर और मैकेनिकल टूल्स का इस्तेमाल किया जाता था, जिससे गाड़ियों के ताले आसानी से खोले जा सकते थे.
फॉर्च्यूनर कार के लिए एक लाख रुपये और ब्रीज़ा के लिए पचास हजार
गिरोह के सदस्यों ने बताया कि वे चोरी की गाड़ियों को मोहम्मद अनस के साथ मिलकर बेचते थे. अनस और उसके साथी गुफरान गाड़ियों के सौदों में शामिल होते थे. आरोपी पवन ने बताया कि चोरी की गई कारों के चेसिस नंबर को बदलकर पहचान छिपाने की योजना बनाई जाती थी. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पिछले दो महीनों में उन्होंने दिल्ली से 25-30 गाड़ियां चुराई हैं. मोहम्मद अनस और मुकीम को फॉर्च्यूनर कार के लिए एक लाख रुपये और ब्रीज़ा के लिए पचास हजार रुपये मिलते थे. जबकि गड्डू और सलीम इन गाड़ियों को दूसरे राज्यों में बेचते थे.