Ajmer Rape Kand: छोटी छोटी बच्चियों को लव ट्रैप में फंसाकर उनके साथ जिस तरह से दरिंदगी की गई है. उसने 33 साल पुराने घाव को एक बार फिर से हरा कर दिया है.
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1992 Ajmer Rape kand: आपको अजमेर में 1992 का वो ब्लैकमेल कांड याद होगा.. इसपर साल 2023 में अजमेर 92 फिल्म भी बनी.. इस ब्लैकमेल कांड के आरोपियों को 32 साल के बाद अगस्त 2024 में सजा भी सुनाई गई.. लोगों को लगा था की ये फाइल आखिरकार बंद हो गई है.. लेकिन आज एक बार फिर अजमेर से जो खबर सामने आई.. उसने अजमेर की उस हॉरर स्टोरी को फिर से याद दिला दिया.. जिसे लोग भूल जाना चाहते हैं.. देखिए अजमेर ब्लैकमेल कांड का 2025 चैप्टर..
स्कूली बच्चियों को फंसाते थे, बाहर निकला 33 साल पुराने ब्लैकमेल कांड का जिन्न
एंटी हिंदू यानी हिंदुओं से नफरत करने वाले कुछ लव जेहादी स्कूल की बच्चियों को फंसाकर कैफे ले जाते थे, वहां पर उनके अश्लील वीडियो बनाते थे. फिर ब्लैकमेल कर के दूसरी लड़कियों को लाने का प्रेशर बनाते थे. अजमेर में एक बार फिर 33 साल पुराने ब्लैकमेल कांड का जिन्न बाहर आया है.
ब्लैकमेल गैंग जो बच्चियों को अपने जाल में फंसाकर उनका शोषण कर रहा था. उसके रेपिस्ट आरोपियों के नाम रिहान मोहम्मद ,सोहेल मंसूरी, लुकमान, अरमान पठान साहिल कुरेशी है. पुलिस ने ब्लैकमेल कांड में शामिल इन पांच युवकों को गिरफ्तार किया है. आरोप है ये हिंदू लड़कियों को फंसाकर ब्लैकमेल करते फिर एक लड़की के सहारे दूसरी लड़की को फंसाते थे.
पुलिस ने कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
जिनमें से दो आरोपी नाबालिग हैं.
इस ब्लैकमेल कांड में अभी तक पांच पीड़ित बच्चियों का पता चला है.
ये सभी बच्चियां एक ही स्कूल और एक ही क्लास में पढ़ने वाली हैं.
मॉडस अप्रैंडी
अजमेर का ये नया ब्लैकमेल गैंग बच्चियों को कैसे अपने ट्रैप में फंसाता था, वो वाकई चौंकाने वाला है. आरोपी पहले नाबालिग बच्ची से बातचीत बढ़ाते थे फिर उसे मोबाइल फोन देते थे. बात चीत बढ़ाकर वो उसे कैफे लेकर जाते थे. इसके बाद बच्चियों को ब्लैकमेल कर उन्हें और लड़कियों को साथ लाने का दवाब बनाते थे..
कैफे के मालिक गिरफ्तार: पुलिस
इतना ही नहीं.. ब्लैकमेल गैंग के लड़के नाबालिग बच्चियों को अपने पसंद के कपड़े पहनकर आने का दबाव बनाते थे.. साथ ही अपनी बात न मानने पर जान से मारने की धमकी देते थे.. इसके अलावा घरों से पैसे चुराकर लाने का दवाब भी बनाते थे..और यहीं से इस गैंग का खुलासा भी हुआ. पुलिस ने कैफे मालिक को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि अभी इस रेप कांड में शामिल कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है.
कैसे हुआ खुलासा?
एक बच्ची ने अपने घर से 2 हजार रुपये चुराए तो परिजनों को संदेह हुआ.
पूछताछ में बच्ची ने डर के मारे कोई बात नहीं बताई.
परिजनों ने बच्ची पर नजर रखी तो मोबाइल पर आरोपियों से बात करते हुए पकड़ा.
पीड़ित बच्ची से आगे पूछताछ करने पर उसने और पीड़ित लड़कियों के बारे में बताया. पुलिस ने इस मामले में जब तफ्तीश शुरू की तो खुलासे होते चले गए.
अजमेर में जिस ताजा ब्लैकमेल कांड का खुलासा हुआ, वो काफी हद तक 1992 के कांड से मिलता जुलता है.
<< 33 साल बाद 'अजमेर ब्लैकमेल कांड' रिपीट>>
उस वक्त भी स्कूली छात्राओं को निशाना बनाया गया. इस बार भी टारगेट पर स्कूली बच्चियां.
एक लड़की के जरिए उसकी सहेली बनी निशाना. यहां भी सहेली को साथ लाने का दवाब बनाया गया.
तब भी ब्लैकमेल के जरिए बच्चियों को डराया गया. इस बार भी आरोपी ब्लैकमेल का सहारा ले रहे थे.
तब पूरे कांड का एपीसेंटर एक फोटो स्टूडियो था. इस बार आरोपियों का हेडक्वार्टर एक कैफे था.
ब्लैकमेल कांड वाकई बेहद चौंकाने वाला है. पुलिस इस ब्लैकमेल कांड की जांच में जुटी है. क्या इस ट्रैप में और भी बच्चियों को फंसाया गया है. इस मामले में कितने आरोपी शामिल थे और ये कांड कितना बड़ा है? आखिर नाबालिग बच्चियों को टारगेट वाले लोगों की मानसिकता कैसी है. इस कांड के 2 नाबालिग आरोपी हैं. सवाल ये भी उठ रहा है कि बच्चों में ऐसी घिनौनी सोच आखिर भर कौन रहा है? सवालों का जवाब जांच पूरी होने के बाद मिलेगा.