Interest Rate Hike: फेड की तरफ से एक बयान में कहा गया कि ओपन मार्केट कमेटी मॉनीटरी पॉलिसी में एडिशनल इनफॉर्मेशन और उसके असर का आकलन करना जारी रखेगी. ऐसे में यह भी आशंका है कि फेड की तरफ से ब्याज दर में और इजाफा किया जा सकता है.
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US Fed Interest Rate Hike: फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर में एक बार फिर से एक चौथाई प्रतिशत अंक की बढ़ोतरी की है. फेड रिजर्व ने इस फैसले की जानकारी देते बताया कि अमेरिका में अभी भी महंगाई दर हाई लेवल पर बनी हुई है. यूएस फेड के इस फैसले के बाद ब्याज दर 16 साल के हाई लेवल पर पहुंच गई है. केंद्रीय बैंक की तरफ से पिछले 12 बार में 11वीं बार ब्याज दर में इजाफा किया गया है. 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के साथ ब्याज दर 5.25 प्रतिशत से बढ़कर 5.50 प्रतिशत पर पहुंच गई है. फेड की तरफ से पिछले करीब डेढ़ साल में यह 11वीं बार बढ़ोतरी की गई है.
ब्याज दर में और हो सकता है इजाफा
ब्याज दर को 5.25% -5.50% रेंज में सेट कर दिया है. यह स्तर आखिरी बार 2007 के हाउसिंग मार्केट क्रैश से ठीक पहले देखा गया था. फेड की तरफ से एक बयान में कहा गया कि ओपन मार्केट कमेटी मॉनीटरी पॉलिसी में एडिशनल इनफॉर्मेशन और उसके असर का आकलन करना जारी रखेगी. ऐसे में यह भी आशंका है कि फेड की तरफ से ब्याज दर में और इजाफा किया जा सकता है.
जून में महंगाई दर में और गिरावट आई
बैंक की तरफ से जून महीने की समीक्षा के बाद भी कहा गया था कि महंगाई दर को नियंत्रित करने के लिए आगे भी आंकड़ों पर नजर रखी जाएगी. जून में महंगाई दर में गिरावट आई लेकिन फेडरल रिजर्व इसमें अभी और कमी चाहता है. जून में अमेरिका में मुद्रास्फीति घटकर तीन प्रतिशत पर आ गई थी. ब्याज दर में इजाफे से पहले यह बढ़कर 9 प्रतिशत पर पहुंच गई थी. उस समय वहां पर महंगाई दर बढ़कर 40 साल के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई थी.
18 महीने पहले की बात करें तो उस समय अमेरिका में ब्याज दर जीरो प्रतिशत के करीब थी. लेकिन महंगाई को काबू करने के लिए फेड रिजर्व की तरफ से ब्याज दर बढ़ाने का असर यह हुआ कि वहां पर होम लोन और अन्य तरह के लोन महंगे हो गए.