भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार ने लहराया परचम, हासिल की ये बड़ी उपलब्धि
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भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार ने लहराया परचम, हासिल की ये बड़ी उपलब्धि

Bihar In IIFT: बिहार मंडप में 75 स्टॉल थे. मंडप में बिहार की पारंपरिक कलाओं, टिकाऊ औद्योगिक प्रथाओं और दूरदर्शी विकास पहल का व्यापक मिश्रण प्रस्तुत किया गया. 

भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार ने लहराया परचम, हासिल की ये बड़ी उपलब्धि

IIFT Award: भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार मंडप को ‘स्वर्ण’ पुरस्कार मिला है. बिहार मंडप को 43वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (IITF) में उसके असाधारण डिजाइन, विषयगत प्रस्तुति और स्थिरता के प्रदर्शन के लिए बुधवार को प्रतिष्ठित ‘स्वर्ण’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया. पुरस्कार वितरण समारोह यहां भारत मंडपम के एम्फीथिएटर, म्यूजिकल फाउंटेन (हॉल-1 के पास) में हुआ. 

इससे पहले मंडप का उद्घाटन बिहार के उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने किया, जिन्होंने इसकी अनूठी थीम ‘विकसित भारत @ 2047 के तहत विकसित बिहार’ के माध्यम से राज्य की प्रगतिशील गति पर प्रकाश डाला. 

पुरस्कार प्राप्त करने के बाद नोडल निदेशक निखिल धनराज निप्पणीकर ने ऐसा मंडप बनाने में राज्य के सामूहिक प्रयास पर प्रकाश डाला, जो आर्थिक आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक संरक्षण की दिशा में बिहार की यात्रा के अनुरूप था. 

आर्थिक विकास में प्रगति को दर्शाता यह अवार्ड

उन्होंने कहा, “यह पुरस्कार बिहार के दृष्टिकोण और मंडप को सजाने में शामिल सभी लोगों के अथक प्रयासों का प्रमाण है. यह न केवल हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बल्कि औद्योगिक और आर्थिक विकास में हमारी प्रगति को भी दर्शाता है.” बिहार सरकार के उद्योग विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने कहा कि आईआईटीएफ-2024 में बिहार मंडप को मान्यता मिलना राज्य के लिए गौरव का क्षण है. 

बिहार के उद्योग विभाग के निदेशक आलोक रंजन घोष ने इस मान्यता को परंपरा और आधुनिकता के बीच सेतु बनाने की बिहार की प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब बताया. उन्होंने मंडप की सफलता का श्रेय विभागों के बीच सावधानी से तैयार योजना और सहयोग को दिया. 

बिहार मंडप में कुल 75 स्टॉल

घोष ने कहा, “यह उपलब्धि बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. यह एक ऐसे प्रगतिशील राज्य के रूप में अपनी स्थिति की पुष्टि करता है जो अपनी विरासत को अपनाते हुए एक प्रगतिशील मार्ग पर आगे बढ़ता है. बिहार मंडप राज्य की आकांक्षाओं और 2047 तक विकसित बिहार के अपने दृष्टिकोण को साकार करने के प्रयासों का प्रतीक है.” 

बिहार मंडप में 75 स्टॉल थे. मंडप में बिहार की पारंपरिक कलाओं, टिकाऊ औद्योगिक प्रथाओं और दूरदर्शी विकास पहल का व्यापक मिश्रण प्रस्तुत किया गया. बिहार मंडप में राज्य की प्रमुख पहल.. जैसे मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और स्टार्टअप बिहार की झलकियां प्रदर्शित की गईं, जिनमें उद्यमिता और नवाचार को दर्शाया गया. 

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