Pakistan Petrol Price Hike: पाक में फिर बढ़े पेट्रोल और डीजल के दाम, कीमतें सुन चकरा जाएगा सिर
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam1573839

Pakistan Petrol Price Hike: पाक में फिर बढ़े पेट्रोल और डीजल के दाम, कीमतें सुन चकरा जाएगा सिर

Pakistan Petrol Price Hike: पाकिस्तान इस वक्त बुरी हालातों से जूधझ रहा है. देश में आर्थिक संकट है. जिसकी वजह से चीजों के दाम भी बढ़ रहे हैं. अब सरकार ने एक बार फिर पेट्रोल के दामों में इजाफा किया है. पाक में जिस दाम में पेट्रोल बिक रहा है उससेकिसी का भी सिर चकरा जाए.

Pakistan Petrol Price Hike: पाक में फिर बढ़े पेट्रोल और डीजल के दाम, कीमतें सुन चकरा जाएगा सिर

Pakistan Petrol Price Hike:  पाकिस्तान इस वक्त आर्थिक मंदी से जूझ रहा है. इस बीच जरूरी सामानों के दाम भी आसमान छू रहे हैं. सबसे बुरी हालत तो पेट्रोल की है. पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम हर रोज बढ़ रहे हैं. आम लोग इसकी वजह से काफी परेशान हैं. बुधवार की रात एक बार फिर पाक ने पेट्रोल के दाम में इजाफा किया है. आप इसे ऐतिहासिक भी मान सकते हैं क्योंकि आज से पहले पाकिस्तान में ऐसा देखने को नहीं मिला है.

पाकिस्तान में पेट्रोल कितने का बिक रहा है (Petrol Price in Pakistan)

पाकिस्तान में एक लीटर पेट्रोल लेने के लिए लोगों को 272 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं. बुधवार की रात सरकार ने पेट्रोल के दामों में 22.20 रुपयों की बढ़ोतरी की है. फाइनेंस डिविजन की एक प्रेस रिलीज के अनुसार ये रुपयों की डॉलर के मुकाबले गिरती कीमत के कारण हो रहा है. वहीं बात करें डीजल की कीमतों की तो वह 280 रुपये लीटर बिक रहा है. केरोसीन 202.73 रुपये लीटर है. सरकार की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार ये नई कीमतें शुक्रवार रात से लागू होंगी.

पाकिस्तान में क्यों बढ़ रही हैं पेट्रोल की कीमतें

कई जानकारों का मानना है कि पाक सरकार पेट्रोल कीमतें आईएमफ यानी इंटरनेशनल मोनेटरी फंड को खुश करने के लिए बढ़ा रही है. ताकि वह पाक को लोन दे सके. हाल ही में हुई मीटिंग में आईएमएफ ने पाकिस्तान सरकार से कहा था कि उन्हें टैक्स में इजाफा करना चाहिए. जिसके बाद से पाकिस्तान सरकार ने कई चीजों के दाम बढ़ाए हैं. 

क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स

मूडीज एनालिटिक्स से जुड़ी एक सीनियर इकॉनोमिस्ट कैटरीना एल ने भविष्यवाणी की थी कि पाकिस्तान में मुद्रास्फीति 2023 की पहली छमाही में कम 33 प्रतिशत हो सकती है, और अकेले आईएमएफ से राहत मिलने से अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की संभावना नहीं है.

आपको बता दें पाकिस्तान कई देशों से कर्ज ले चुका है. जिसमें सऊदी अरब और यूएई शामिल हैं. अब पाक को आईएमएफ से फंड की दरकार है. पाक चाहता है कि आईएमएफ उसे फंड दे ताकि कुछ चीजें पटरी पर आ सकें. हालांकि आईएमएफ पर डेड लॉक है और वह देश को फंड देने को लेकर और विचार करना चाहता है. हाल ही में आईएमएफ ने कहा था कि वह पाक को फंड देने से पहले कुछ वक्त और विचार करना चाहेगा. मीटिंग में आईएमएफ ने सुझाया था कि पाकिस्तान को टैक्स में बढ़ोतरी करनी चाहिए. ताकि देश के अर्थव्यवस्था को फायदा मिले.

Trending news