Shyam Rajak Joins JDU: श्याम रजक ने आज फिर से जेडीयू का दामन थाम लिया है. कभी लालू यादव के सबसे करीबी कहे जाने वाले बिहार के पूर्व मंत्री श्याम रजक राबड़ी देवी और नीतीश कुमार दोनों सरकारों में करीब 15 साल तक तक मंत्री रहे हैं. वो फुलवारी शरीफ से पांच बार विधायक भी रह चुके हैं.
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Shyam Rajak Joins JDU: नीतीश कुमार और राबड़ी देवी की सरकारों में बिहार के मंत्री रहे श्याम रजक (Shyam Rajak) की आज घर वापसी हो गई है. उन्होंने नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) का दामन थाम लिया है. उन्होंने पटना स्थित पार्टी दफ्तर में आयोजित मिलन समारोह में राज्यसभा सांसद व कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा की मौजूदगी JDU की सदस्यता ली. इससे पहले पूर्व मंत्री लालू यादव (Lalu Yadav) की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में थे. उन्होंने दो सप्ताह पहले 22 अगस्त को RJD से इस्तीफा दे दिया था.
#WATCH | Bihar: Shyam Rajak joins JD(U), in Patna. The former RJD leader resigned from his party on August 22.
(Video Source: JD(U) social media page) pic.twitter.com/kZDtyALr5H
— ANI (@ANI) September 1, 2024
श्याम रजक ने जेडीयू में दूसरी पारी की शुरू
बता दें, श्याम रजक की जेडीयू में यह दूसरी पारी है. इससे पहले वो 2020 के विधानसभा चुनाव के वक्त जेडीयू छोड़कर सीधे आरजेडी में आ गए थे इस बार भी उन्होंने वैसा ही किया. श्याम रजक का राजद के साथ लोकसभा चुनाव 2024 से मनमुटाव चल रहा था. क्योंकि वो जमुई या समस्तीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे. लेकिन राजद ने जमुई से अर्चना रविदास को मैदान में उतार दिया था. वहीं, समस्तीपुर सीट इंडिया गठबंधन के तहत सीट बंटवारे में कांग्रेस के खाते में चली गई थी. तभी से सियासी गलियारों में ये कयास लगाए जा रहे थे कि वो फिर से नीतीश कुमार के खेमे में आकर सियासत करेंगे. आखिरकार आज उन्होंने इसे सही साबित कर दिया.
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फुलवारी सीट से लड़ सकते हैं विधानसभा चुनाव
बिहार में अगले साल विधानसभा का चुनाव होने हैं. कहा जा रहा है कि वह अपने पारंपरिक सीट फुलवारी शरीफ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. इस सीट से श्याम रजक पांच बार विधायक रह चुके हैं.
पार्टी से बगावत करने के लिए जेडीयू ने किया था सस्पेंड
श्याम रजक ने पहली बार राजद से इस्तीफा नहीं दिया है, उन्होंने इससे पहले साल 2009 में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा देकर जेडीयू में शामिल हो गए थे. पाला बदलते ही नीतीश कुमार की सरकार में उन्हें मंत्री पद से नवाजा था. वो जेडीयू कोटे से 2010 से लेकर 2015 तक खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मामलों के मंत्री रहे, जबकि 2019 से 2020 तक नीतीश सरकार में उद्योग मंत्री की जिम्मेदारी संभाली. लेकिन 2020 विधानसभा चुनाव से पहले उनका फिर से यहां मन नहीं लगने लगा और उन्होंने जेडीयू में बगावत शुरू कर दी. इसके बाद जेडीयू ने उनके खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए अगस्त 2020 में पार्टी से सस्पेंड कर दिया. इसके बाद वो आरजेडी में शामिल हो गए.