Middle East News: मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सीसी और विश्व यहूदी कांग्रेस के अध्यक्ष रोनाल्ड एस. लॉडर मिडिल ईस्ट में अमन-शांति कायम करने के लिए चर्चा की है. चर्चा के दौरान, मिस्र के राष्ट्रपति ने टू स्टेट सॉल्यूशन को इलाके में शांति बहाल करने का एकमात्र रास्ता बताया है. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Middle East News: साल 2023 में शुरू हुई हमास इजरायल की जंग के बाद मिडिल ईस्ट में लगातार तनाव जारी है. हालांकि इस साल जनवरी के महीने में हुए युद्धविराम समझौते के बाद युद्ध थमा हुआ है. साथ ही इलाके में अमन कायम करने के लिए मिडिल ईस्ट के कई मुल्क अपने स्तर पर कोशिश कर रहे हैं. मिडिल ईस्ट के पूरे खित्ते में अमन की एक और कोशिश की जा रही है. खबर है कि मिस्र के राष्ट्रपति और वर्ल्ड यहूदी कांग्रेस के अध्यक्ष ने इलाके में अमन-शांति कायम करने के लिए मीटिंग की है.
मिस्र के राष्ट्रपति ने फिलिस्तीन के लिए कह दी बड़ी बात
दरअसल, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सीसी और विश्व यहूदी कांग्रेस के अध्यक्ष रोनाल्ड एस. लॉडर ने मध्यपूर्व में स्थिरता बहाल करने के तरीकों पर चर्चा की. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को मिस्र की राजधानी काहिरा में एक बैठक हुई. बैठक के दौरान अल-सीसी ने कहा कि 1967 की सीमाओं पर एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी स्टेट की स्थापना, जिसकी राजधानी पूर्वी यरुशलम हो. इलाके में अमन-शांति बहाल करने का यही एकमात्र रास्ता है. उन्होंने गाजा पट्टी को फिर से बसाने को जरूरी और महत्वपूर्ण बताया है.
वर्ल्ड यहूदी कांग्रेस के अध्यक्ष ने क्या कहा ?
वर्ल्ड यहूदी कांग्रेस के अध्यक्ष रोनाल्ड एस. लॉडर ने मिस्र के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि मिस्र-अमेरिकी संबंध इलाके में शांति के लिए जरूरी हैं और विश्व यहूदी कांग्रेस इलाके में स्थिरता और शांति बनाए रखने के मकसद से किए जाने वाले सभी प्रयासों का समर्थन करती है. मिस्र के राष्ट्रपति ने गाजा के लोगों को उनकी जमीन से जबरन निकालने की किसी भी कोशिश को खारिज कर दिया है. उन्होंने यह जानकारी दी की मिस्र गाजा को फिर से बसाने की बड़ी योजना बना रहा है. लॉडर ने बैठक के बाद एक बयान में कहा कि वह गाजा पर मिस्र-अरब प्रस्ताव का इंतजार कर रहे हैं, इस पर राष्ट्रपति अब्देल-फतह ने कहा कि इलाके में शांति का एकमात्र रास्ता टू स्टेट सॉल्यूशन से हो कर गुजरती है.
गाजा को खाली कराना चाहता है ट्रम्प
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रस्ताव दिया था कि संयुक्त राज्य अमेरिका को गाजा पर नियंत्रण करना चाहिए और फिलिस्तीनियों को पड़ोसी देश जॉर्डन और मिस्र में चले जाना चाहिए. साथ ही ट्रम्प ने कहा था कि जॉर्डन और मिस्र गाजा के लोगों को लेने के लिए तैयार है. हालांकि इस दोनों अरब देशों ने इस प्रस्ताव को सिरे से नकारते हुए ट्रम्प के बयान पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद ट्रम्प ने धमकी देते हुए कहा था कि अगर दोनों देश फिलिस्तीनियों को स्वीकार करने के लिए सहमत नहीं होते हैं तो अमेरिका "जॉर्डन और मिस्र से सहायता रोक सकता है."