official of Shri Ram Janmabhoomi of Ayodhya Champat Rai praised Rahul Gandhi in support of Bharat Jodo Yatra: यह दूसरा ऐसा मौका है, जब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा’ के समर्थन में उतर आए हैं. इससे पहले राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने मंगलवार को राहुल गांधी को इस यात्रा के लिए आशीर्वाद दिया था.
Trending Photos
अयोध्याः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में निकाली जा रही 'भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharta Jodo Yatra) को अब हिंदू साधू-संतों का भी समर्थन मिलने लगा है. खास बात यह कि उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के प्रवेश करने के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय (Champat Roy) ने भी राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा’ के समर्थन में उतर आए हैं. राय ने कहा, “यह सराहनीय बात है कि देश का एक युवा इतनी ठंड में भी बिना किसी बाधा के पैदल चलता जा रहा है. इसमें गलत क्या है? किसने इसकी आलोचना की है? मैं आरएसएस का सदस्य हूं, क्या वहां से किसी ने राहुल गांधी की यात्रा की आलोचना की है? क्या प्रधानमंत्री ने कभी उनकी आलोचना की है?"
इसके आगे चंपत राय ने कहा, “एक नौजवान इसे समझने की कोशिश में देश भर में घूम रहा है, इसकी सराहना की जानी चाहिए. वह इस ठंड के मौसम में 3,000 किमी चल रहा है. हम सिर्फ प्रयास की सराहना कर सकते हैं.“ राय ने मीडिया को भी भारत को समझने के लिए पदयात्रा करने की सलाह दी है.
राम मंदिर के मुख्य पुजारी भी राहुल की कर चुके हैं तारीफ
वहीं, इससे ठीक एक दिन पहले ही मंगलवार को राहुल की भारत जोड़ो यात्रा के उत्तर प्रदेश में दाखिल होने से पहले ही राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने भी राहुल गांधी को आशीर्वाद दिया था. दास ने एक पत्र में लिखा, “आप देश के लिए जो भी काम कर रहे हैं वह सभी के हित में है. मेरा आशीर्वाद आपके साथ है.“ वहीं यह काफी दिलचस्प है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा राहुल गांधी की यात्रा की जमकर आलोचना कर रही है. . प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इसे ’परिवार जोड़ो यात्रा’ करार दिया है, और कहा है कि इसे परिवार को सत्ता में बनाए रखने के लिए शुरू किया गया है, जबकि प्रदेश के साधु और संत उनके समर्थन में आ गए हैं.
भारत जोड़ो यात्रा अब तक
गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा ने अबतक 110 दिन और 3,000 किमी से अधिक की यात्रा पूरी कर ली है. 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र और हरियाणा के कुछ हिस्सों को कवर कर चुकी है. इसका समापन जम्मू-कश्मीर में होगा. खास बात यह है कि राहुल गांधी के इस यात्रा को समाजवादी पार्टी, बसपा, आप और टीएमसी जैसे कुछ विपक्षी दलों को छोड़कर अन्य सभी विपक्षी दलों का साथ मिल रहा है. कांग्रेस नेताओं के दावों के मुताबिक, यात्रा को भारी जनसमर्थन मिल रहा है और यह 2024 के आम चुनावों में कांग्रेस को सत्ता दिलाने में कामयाब होगी.
Zee Salaam