Madhya Pradesh Assembly Election 2023: राज्य में 230 सीटों पर 17 नवंबर को वोटिगं हुआ है. ईवीएम मशीन से लेकर पोस्टल बैलेट पेपरों की पेटियां स्ट्रांग रूम में महफूज रखी गई है. साथ ही सिक्योरिटी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इसके बावजूद अपोजिशन यानी कांग्रेस लगातार सिक्योरिटी पर सवाल खडे़ कर रही है.
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Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में असेंबली इलेक्शन के लिए वोटिंग हो चुका है और ईवीएम मशीन से लेकर पोस्टल बैलेट पेपर्स की पेटियां भी स्ट्रांग रूम में है. इस जगह की सिक्योरिटी को लेकर अपोजिशन लगातार सवाल उठा रहा है. अपोजिशन ने अपने कार्यकर्ताओं और कैंडिडेट्स को निगरानी रखने की ड्यूटी तक लगा दी है.
इसी बीच, बालाघाट जिले में पोस्टल बैलेट पेपरों की पेटी खोले जाने के मामले ने सियासी गलियारे में हलचल पैदा कर दी है.
राज्य में 230 सीटों पर 17 नवंबर को वोटिगं हुआ है. ईवीएम मशीन से लेकर पोस्टल बैलेट पेपरों की पेटियां स्ट्रांग रूम में महफूज रखी गई है. साथ ही सिक्योरिटी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इसके बावजूद अपोजिशन यानी कांग्रेस लगातार सिक्योरिटी पर सवाल खडे़ कर रही है. इतना ही नहीं, पार्टी के लीडरों और कैंडिडेट्स ने अपने स्तर पर स्ट्रांग रूम की सिक्योरिटी के इंतजाम किए हैं.
कांग्रेस का स्ट्रांग रूम पर 24 घंटे नजर
कांग्रेस ने धार जिले में कमेटी के हिदायत पर सभी इलाकों के कैंडिडेट्स ने स्ट्रांग रूम पर नजर रखने के खास इंतजाम किए हैं. यहां पर वर्कर्स के बैठने के साथ सोने का भी इंतजाम किया गया है. कुल मिलाकर कांग्रेस 24 घंटे स्ट्रांग रूम पर नजर रखी रही है.
जबलपुर जिले में भी कांग्रेस कैंडिडेट्स के सपोर्टर स्ट्रांग रूम के पास ड्यूटी कर रहे हैं. जवाहरलाल नेहरू एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने एक टेंट लगाकर बैठे हुए हैं. राज्य के ज्यादातर हिस्सों में सियासी पार्टियों के वर्कर्स स्ट्रांग रूम के बाहर अपना डेरा डाले हुए हैं.
नोडल अफसर को किया निलंबित
इसी बीच बालाघाट जिले में पोस्टल बैलेट पेपर्स की पेटी खोलने का मामला सामने आया है, जिसको लेकर नोडल अफसर हिम्मत सिंह भवेरी को सस्पेंड कर दिया गया है.
पूर्व सीएम ने कहा
बालाघाट मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी आक्रामक हो गई है. वहीं इस मामले पर पूर्व सीएम कमल नाथ ने कहा है, "इलेक्शन को कलंकित करते बालाघाट कलेक्टर, मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के कलेक्टर डॉ. गिरीश मिश्रा ने 27 नवंबर को ही स्ट्रांग रूम खुलवाकर बिना अभ्यर्थियों को सूचना दिए पोस्टल बैलेट पेपरों की पेटियां खोल दी. अंतिम सांसें गिनती शिवराज सरकार और सरकार की अंधभक्ति में लीन कलेक्टर लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा हैं. कांग्रेस का एक-एक वर्कर्स सतर्क और चैकन्ना रहें. बीजेपी की करारी हार से बौखलाई चोरी की ये सरकार और कुछ सरकारी दलाल वोट चुराने की फिराक में हैं."