Gaza New: हमास और इजरायल के बीच करीब 15 महीने तक चले युद्ध के कारण गाजा में हालात बेहद खराब हो गए हैं. वहां का इंफ्रास्ट्रक्चर तबाह हो चुका है. यहां तक कि गाजा में भुखमरी के हालात हैं. अब संयुक्त राष्ट्र ने गाजा के हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि गाजा में मानवीय जरूरत बढ़ गई है. पूरी खबर जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Gaza New: इजरायली बमबारी की वजह से गाजा का इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह तबाह हो चुका है. इस तबाही में गाजा के अस्पताल को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. फिलहाल दोनों पक्षों में युद्धविराम लागू है. इसलिए गाजा में कई देशों से राहत का सामान पहुंच रहा है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि गाजा में मानवीय सहायता की बहुत ज्यादा जरूरत है. मानवतावादियों का कहना है कि गाजा में मानवीय जरूरतें बहुत ज्यादा हैं. यह भी कहा कि वेस्ट बैंक में जारी इजरायली अभियान से अभी भी हताहतों की तादाद बढ़ रही है. मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) के मुताबिक, "संयुक्त राष्ट्र और उसके मानवीय साझेदार गाजा पट्टी में ज़िन्दगी बचाने वाली मदद पहुंचाना जारी रखे हुए हैं, लेकिन जरूरतें बहुत ज्यादा हैं, जिसके लिए तत्काल और निरंतर मदद की जरूरत है."
गाजा के अस्पतालों में ऑक्सिजन की कमी
ओसीएचए ने कहा कि फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने रिपोर्ट किया है कि गाजा शहर के अल शिफा और अल रंतिसी समेत पूरे गाजा के अस्पतालों में इमरजेंसी, सर्जिकल और गहन देखभाल सेवाओं को चालू रखने के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की बहुत जरूरत है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य साझेदार स्थानीय स्तर पर ऑक्सीजन उत्पादन के लिए जरूरी जनरेटर, स्पेयर पार्ट्स और उपकरण लाने के लिए ओहदेदारों के साथ बातचीत कर रहे हैं.
खुले में पढ़ने को मजबूर गाजा के युवा
कार्यालय के अनुसार, आश्रय भागीदारों ने वीकेंड में उत्तरी गाजा में 11 हजार से ज्यादा परिवारों को तिरपाल बांटे हैं. खान यूनिस में, अल मवासी में विस्थापन वाली जगह पर लगभग 450 परिवारों को सीलिंग-ऑफ किट, रसोई सेट और स्वच्छता किट दिए गए हैं. ओसीएचए ने कहा कि शिक्षा गतिविधियों का विस्तार हो रहा है, इसके भागीदारों ने बताया कि फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की राहत एजेंसी द्वारा तैयार किया हुआ दूरस्थ शिक्षा प्रेग्राम में 250,000 से ज्यादा लोग नामांकित हैं. मानवीय भागीदारों ने बताया कि संघर्ष के दौरान 95 परसेंट स्कूल और घरों को नुकसान पहुंचा, जिससे कई स्टूडेंट्स को सर्दी के मौसम में अस्थायी टेंट और खुले जगहों में पढ़ाई करनी पड़ी.
वेस्ट बैंक में IDF का ऑपरेशन जारी, कई लोगों की मौत
वेस्ट बैंक में, ओसीएचए ने कहा कि 21 जनवरी को इजरायली सैन्य मुहिम शुरू है, जो पिछले दो दशकों में सबसे बड़ा सैन्य मुहिम है. इस अभियान में 36 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से 25 जेनिन में और लगभग एक दर्जन तुलकरम में मारे गए हैं. इस मुहिम की वजह से बड़ी तादाद में लोग हताहत हुए हैं और विस्थापित हुए हैं, खास तौर पर रिफ्यूजी कैंप्स में. जरूरी बुनियादी ढांचे को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे मानवीय जरूरतें और भी बढ़ गई हैं.