रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हाल ही में पुंछ में हुए हमले की समीक्षा करने जम्मू कश्मीर पहुंचे, जिसमें पिछले हफ्ते चार सैनिक मारे गए थे. वह सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के साथ जम्मू-कश्मीर पहुंचे और तकनीकी हवाई अड्डे पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने उनका स्वागत किया.
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हाल ही में पुंछ में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को जम्मू-कश्मीर के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे. आपको बता दें पुंछ के सीमावर्ती जिले में हुए आतंकी हमले में सेना के चार जवानो को अपनी जान गवाई थी. अधिकारियों के अनुसार सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के साथ राजनाथ सिंह का तकनीकी हवाई अड्डे पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने स्वागत किया. अपने आगमन के तुरंत बाद, रक्षा मंत्री पुंछ में ढेरा की गली और बफलियाज़ के बीच धत्यार मोड़ पर 21 दिसंबर को हुए आतंकी हमले के बाद क्षेत्र में चल रहे सुरक्षा स्थिति और आतंकवाद विरोधी अभियानों का आकलन करने के लिए राजौरी-पुंछ सेक्टर के लिए रवाना हो गए.
सैनिकों से मुलकात के दौरान क्या बोले रक्षा मंत्री?
पुंछ में आतंकवादियों द्वारा सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले के कुछ ही दिन बाद बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी का दौरा किया. सैनिकों के साथ बैठक के दौरान रक्षा मंत्री ने सेना और कश्मीर से आतंकवाद को खत्म करने की उनकी क्षमता पर अपना पूरा भरोसा दिखाया. भारतीय सेना और सैन्य बलों के प्रयासों की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि,"मुझे आपकी बहादुरी और दृढ़ता पर विश्वास है." जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का खात्मा होना ही चाहिए, इस प्रतिबद्धता पर आपको चलना ही होगा.मुझे आपकी जीतने की क्षमता पर पूरा भरोसा है. पुंछ में हुई आतंकी घटना के बारे में बोलते हुए, राजनाथ सिंह ने सुरक्षा बलों से आग्रह किया कि वे "ऐसी घटनाओं को हल्के में न लें.उन्होंने सेना के जवानों से कहा, "हमें और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है".
घायल हुए जवानो के लिए क्या बोले राजनाथ सिंह?
घायल हुए जवानो के अच्छे सवास्थ्य की कामना करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि" मैं हमारे जो सैनिक घायल हुए हैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि जो भी सैनिक घायल हुए हैं उनकी गंभीरता को देखते हुए सभी आवश्यक कदम उठाने का प्रयास किया जा रहा है और कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है." उनकी भलाई के लिए हर जरूरी कदम उठाने में जुटा हूं। हर सैनिक हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. मेरा मानना है कि हमारा हर सैनिक परिवार के सदस्य की तरह है, ये भावना हम सभी के अंदर है. ये भावना हर देशवासी के अंदर है; हम यह बर्दाश्त नहीं कर सकते कि कोई हमारे सैनिकों और देशवासियों को नीची दृष्टि से देखे.
इतना ही नही अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए सैनिकों द्वारा किए गए बलिदान को रेखांकित करते हुए, राजनाथ सिंह ने कहा, “मातृभूमि की सेवा में आपका जो भी बलिदान है, किसी भी परिस्थिति में आपके कर्तव्यों और प्रयासों की तुलना किसी भी चीज़ से नहीं की जा सकती.अगर कुछ मुआवजा दिया भी जाए तो इससे सैनिकों के बलिदान की भरपाई नहीं होगी.
आपको बता दें सुरक्षा बलों ने पुंछ हमले के पीछे के आतंकवादियों का पता लगाने के लिए अपनी जांच और प्रयास तेज कर दिए हैं. हालांकि, सेना को स्थानीय लोगों की भारी प्रतिक्रिया भी झेलनी पड़ी जब सेना अधिकारियों द्वारा पूछताछ के बाद 27-42 उम्र के बीच के तीन नागरिकों की मौत हो गई. मेजर जनरल रैंक के अधिकारी की अध्यक्षता में एक स्टाफ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी उन तीन नागरिकों की मौत की जांच कर रही है, जिन्हें हमले के तुरंत बाद 48 आरआर सैनिकों ने हिरासत में ले लिया था.
सेना को क्या स्पेशल मेसेज दिया राजनाथ सिंह ने?
पुंछ में आतंकी हमले के कुछ दिन बात सुरक्षा बालों से मुलाकात करने पहुंचे राजनाथ सिंह बोले"मेरा मानना है कि हमारा लक्ष्य युद्ध जीतना है.जबकि हमारा लक्ष्य आतंकवादियों को खत्म करना है, हमारा उद्देश्य बड़ा होना चाहिए; हमें अपने देशवासियों का दिल जीतना है. हम युद्ध जीतेंगे, हम किसी भी तरह का युद्ध जीतेंगे, और हम आतंकवादियों का सफाया तो करेंगे ही, लेकिन साथ ही देशवासियों का दिल भी जीतना है और आप सभी के कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और मैं भली-भांति जानता हूं कि आप इसे पूरी तरह से निभाएंगे. हम पूरा करने की पूरी कोशिश करते हैं यह समर्पण के साथ है. आप साहस, सम्मान और अपने मूल्यों के प्रति अटूट निष्ठा के साथ सेवा करना जारी रखें.