CTET And TET Exam: TET एक शिक्षक पात्रता परीक्षा है जो केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों द्वारा करवाई जा सकती है. और यह National लेवल और State लेवल पर भी होता है. मतलब जो उम्मीदवार इस पात्रता परीक्षा को पास कर लेता है वो सरकारी टीचर बनने के काबिल हो जाता है.
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नई दिल्ली: अगर आप शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं, तो इसके लिए अब करीब तमाम राज्यों में TET यानी 'Teacher Eligibility Test' जिसे हम हिंदी में 'शिक्षक पात्रता परीक्षा' भी कह सकते हैं, लाजमी करार दे दिया गया है, जिसमें कामयाबी हासिल किए बगैर सरकारी शिक्षक बनना मुमकिन नहीं है. तो आइए हम आपको बताते हैं कि TET क्या होता है और उसका इम्तिहान कैसा होता है और इस एग्जाम में कौन लोग हिस्सा ले सकते हैं.
TET और CTET का मतलब क्या होता है?
राज्य और नेशनल लेवल पर सरकारी टीचर बनने के लिए दो तरह के एग्जाम होते हैं. राज्य स्तर पर TET होता है, जबकि नेशनल लेवल पर CTET कराया जाता है. TET और CTET दोनों ही एक कॉमन टेस्ट हैं जिसके माध्यम से अलग-अलग सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है. सीटीईटी (CTET) का मतलब है सेंट्रल टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट जबकि टीईटी (TET) का मतलब है टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट.
CTET के उम्मीदवार कहां टीचर बन सकते हैं?
सीटीईटी (CTET) का एग्जाम साल में दो बार होता है. इस इम्तिहान को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) कराता है. इस इम्तिहान में कामयाबी हासिल करने के बाद केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) और नवोदय विद्यालय समिति (NVS) जैसे केंद्र सरकार के स्कूलों में टीचर बनने के काबिल होते हैं.
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TET
वहीं, टीईटी (TET) एग्जाम भी सीटीईटी की ही तरह है, लेकिन इसमें सिर्फ फर्क ये है कि ये एग्जाम राज्य सरकार द्वारा कराई जाती है. कई राज्य सरकार हर साल टीईटी परीक्षा आयोजित करती हैं जैसे यूपीटीईटी (UPTET), आरईईटी (REET), बिहार एसटीईटी (Bihar STET), पीएसटीईटी (PSTET), एमपी टीईटी (MPTET) , केटीईटी (KTET), टीएनटीईटी वगैरह. टीईटी परीक्षा पास करने के बाद, उम्मीदवार सिर्फ संबंधित राज्य सरकारों द्वारा संचालित स्कूलों में शिक्षण कार्य के लिए योग्य हो जाते हैं.
TET और CTET के लिए क्या है योग्यता
TET और CTET एग्जाम के उम्मीदवार को 50 फीसदी नंबरों के साथ क्लास 12 का एग्जाम पास होना चाहिए और प्रारंभिक शिक्षा में दो वर्षीय डिप्लोमा (D.EL.ED) कार्यक्रम पूरा किया होना चाहिए या प्रारंभिक शिक्षा कार्यक्रम में चार वर्षीय ग्रेजुएशन (B.EL.ED). वहीं रिजर्व कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए जरूरी है कि वह कक्षा 12 की परीक्षा 45 प्रतिशत अंकों के साथ पास की हो और दो वर्षीय डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (D.EL.ED) कोर्स पूरा किया हो.
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