"क्या यही है सत्यमेव जयते? तस्वीर में पादरी, सिख गुरु और मौलाना भी होना चाहिए था"
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"क्या यही है सत्यमेव जयते? तस्वीर में पादरी, सिख गुरु और मौलाना भी होना चाहिए था"

Asaduddin Owaisi: नए संसद भवन को लेकर सरकार पर विपक्षी पार्टियों के हमले जारी हैं. इसी कड़ी में AIMIM अध्यक्ष ओवैसी ने कहा कि संसद का उद्घाटन कम और दिल्ली के सुल्तान की तोजपोशी ज्यादा लग रही थी. इसके अलावा उन्होंने सिर्फ हिंदुओं को आगे बढ़ाने का आरोप भी लगाया, पढ़िए. 

"क्या यही है सत्यमेव जयते? तस्वीर में पादरी, सिख गुरु और मौलाना भी होना चाहिए था"

Asaduddin Owaisi: रविवार को देश नए संसद भवन का उद्घाटन किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई संसद का उद्घाटन किया. साथ ही सेंगोल को लोकसभा में स्थापित किया गया. उद्घाटन समारोह के दौरान की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं. एक तस्वीर जिसमें पीएम मोदी हिंदू पुजारियों के बीच खड़े नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर काफी बहस छिड़ी हुई है. इस तस्वीर के ज़रिए AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस तस्वीर की मदद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमला किया. 

तेलंगाना के आदिलाबाद में एक रैली के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि देश का मज़हब एक नहीं है, पीएम मोदी और पुजारियों की तस्वीर आपने देखी? इसमें इसमें ईसाई पादरी, सिख गुरु और मौलाना को भी होना चाहिए था. अफसोस हुआ कि पीएम मोदी एक ही मजहब के लोगों को लोकसभा में लेकर गए. पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि काश आपका (पीएम मोदी का) दिल इतना बड़ा होता. ऐसा लग रहा था जैसे दिल्ली के सुल्तान की तोजपोशी हो रही है. क्या यही सत्यमेव जयते है?

ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) अध्यक्ष ने कहा कि ओवैसी का नाम लिए बगैर आपका काम नहीं चलता. ओवैसी का नाम लेने से तुमको ऐसा लगता है जैसे ग्लुकोज मिल गया हो. गृह मंत्री अमित शाह को लेकर विवादत बोल बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि अमित शाह कहते हैं स्टीयरिंग AIMIM के हाथ में है. इसके अलावा राज्य के भाजपा अध्यक्ष कहते हैं कि सचिवालय ओवैसी को खुश करने के लिए बनाया गया है. कैसे आदमी हैं, बिना हमारा नाम लिए मर्द नहीं कहला सकते क्या ये.

बता दें कि रविवार को हुए नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का 21 विपक्षी पार्टियों ने बहिष्कार किया था. इन पार्टियों का कहना था कि पीएम मोदी की बजाए राष्ट्रपति या फिर लोकसभा स्पीकर को नए संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए. पीएम मोदी इस प्रोग्राम को खुद के प्रचार के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. यही वजह है कि मुख्य विपक्षी पार्टियों के नेता इस प्रोग्राम में नजर नहीं आए.

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