कौन था बार-बार कुरान जलाने वाला Salwan Momika, जिसकी गोली मारकर की गई हत्या
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कौन था बार-बार कुरान जलाने वाला Salwan Momika, जिसकी गोली मारकर की गई हत्या

Salwan Momika News: सलवान मोमिका, तब चर्चा में आया था जब उसने साल 2023 में ईद के मौके पर स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम की सबसे बड़ी मस्जिद के सामने कुरान का बेअदबी की थी. अब खबर आई है कि उनकी हत्या कर दी गई है. ऐसे आज हम आपको बताने वाले हैं कि कौन था सलवान मोमिका... आइए जानते हैं.

कौन था बार-बार कुरान जलाने वाला Salwan Momika, जिसकी गोली मारकर की गई हत्या

Salwan Momika News: कुरान को बार-बार जलाने वाले सलवान मोमिका की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. 29 जनवरी की देर रात स्टॉकहोम के पास सोडेटेल इलाके में मोमिका की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. सलवान मोमिका इस्लाम का आलोचक था. इस वजह से कई मुस्लिम देश स्वीडन से नाराज थे. तुर्की ने स्वीडन को सीधे तौर पर धमकी दी थी कि अगर उसने ऐसे लोगों को अपने देश में रहने दिया तो वह उससे संबंध तोड़ लेगा. 

कोर्ट का टला फैसला
स्वीडिश मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, " 29 जनवरी की देर रात सोडरतालजे के होव्सजो में एक घर में एक व्यक्ति को गोली लगी हुई मिली. इस व्यक्ति की पहचान 38 वर्षीय साल्वन मोमिका के रूप में हुई है, जिसकी गोली लगने से मौत हो गई है." उसकी मौत के बाद स्टॉकहोम डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने फैसला टाल दिया है और कहा है कि अब मुल्जिम की मौत के बाद 2 फरवरी को फैसला सुनाया जाएगा.

चर्चा में कैसे आया सलवान मोमिका 
सलवान मोमिका, तब चर्चा में आया था जब उसने साल 2023 में ईद के मौके पर स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम की सबसे बड़ी मस्जिद के सामने कुरान का बेअदबी की थी. इस वक्त ईरान और तुर्की ने स्वीडन को धमकी दी थी कि अगर स्वीडन ऐसे लोगों को अपने यहां शरण देता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इतना ही नहीं, इस घटना के बाद, तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगान ने ऐलान किया था कि वह स्वीडन के नाटो में शामिल होने नहीं देगा. क्योंकि स्वीडन नाटो में शामिल होने के लिए अपनी इच्छा जाहिर की थी. 

कौन था सलवान मोमिका
सलवान मोमिका मूल रूप से इराक का रहने वाला था. उसका जन्म इराक के एक रिफ्यूजी कैंप में हुआ था. वह बचपन से ही इस्लाम के खिलाफ मुखर था. सलवान मोमिका ने 2017 में इराकी शहर मोसुल के बाहरी इलाके में अपना खुद का हथियारबंद समूह भी बनाया था, जिसका उद्देश्य इस्लाम को खत्म करना था. सलवान मोमिका खुद को इराक में एक ईसाई मिलिशिया का प्रमुख बताता था.

सलमान मोमिका कैसे पहुंचा स्वीडन
दरअसल, सलवान मोमिका साल 2018 में इराक से स्वीडन पहुंचा था. उसे स्वीडन में तीन साल का निवास परमिट दिया गया था. इस दौरान साल 2023 में उसने कुरान का अपमान किया. इस घटना के बाद सभी मुस्लिम देशों में आक्रोश फैल गया और मुस्लिम देशों ने स्वीडन से मोमिका को शरण न देने की अपील की. इसी बीच सलवान मोमिका ने साल 2023 में फिर से स्वीडन में रहने के लिए परमिट मांगी थी. हालांकि, मुस्लिम देशों की नाराजगी की वजह से स्वीडन ने सलवान मोमिका को परमिट देने से इनकार कर दिया. स्वीडन ने कहा था कि उसके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं है, इसलिए उसे दोबारा परमिट नहीं दिया जाएगा.

स्वीडन ने इराक से प्रत्यर्पण का किया था अनुरोध 
कुरान जलाने की घटना के बाद स्वीडन सलवान मोमिका को 2023 में वापस इराक भेजना चाहता था, जिसके लिए स्वीडन ने इराक से मोमिका के प्रत्यर्पण का अनुरोध किया, जिसे इराक ने अस्वीकार कर दिया. बाद में मोमिका ने नॉर्वे में शरण लेने की कोशिश की, लेकिन उसे वापस स्वीडन भेज दिया गया, जहाँ उसे एक साल का परमिट दिया गया.

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