भारत में हो जाता है धर्म भ्रष्ट और मुस्लिम विरोधी चीन इंपोर्ट कर रहा हलाल फूड; क्या है वजह?
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भारत में हो जाता है धर्म भ्रष्ट और मुस्लिम विरोधी चीन इंपोर्ट कर रहा हलाल फूड; क्या है वजह?

Halal Food Hong Kong: हॉन्ग-कॉन्ग हलाल फूड मंगाने का प्लान कर रहा है. इसके साथ ही 500 हलाल रेस्टोरेंट खोलने का टारगेट रखा गया है. आखिर ऐसा क्यों हो रहा है. आइये जानते हैं डिटेल

भारत में हो जाता है धर्म भ्रष्ट और मुस्लिम विरोधी चीन इंपोर्ट कर रहा हलाल फूड; क्या है वजह?

Halal Food Hong Kong: चीन का स्पेशल एडिमिनस्ट्रेशन रीजन हॉन्ग कॉन्ग हलाल खाने को प्रथमिक्ता देने पर जोर दे रहा है. एक मंत्री ने बुधवार को कहा कि हांगकांग को अपने शहर में आने वाले सभी मुस्लिम टूरिस्ट के लिए हलाल फूड आयात करने की जरूरक हो सकती है.

क्या है सरकार का मकसद?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हॉन्ग कॉन्ग की सरकार हलाल खाने के ऑप्शन के विस्तार करके ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम टूरिस्ट को आकर्षित करने पर जोर दे रही है, जिसका टारगेट 2025 के अंत तक 500 से ज्यादा हलाल रेस्तरां को सर्टिफिकेशन देना है. मिडिल ईस्ट और साउथ ईस्ट एशिया से टूरिस्ट को अट्रैक्ट करने के लिए नए उपायों की योजना का ऐलान पिछले साल दिसंबर के महीने में किया गया था.

विदेश से लाया जा सकता है खाना

आरटीएचके के अवलोकन नीति प्रोग्राम पर उप मुख्य सचिव वार्नर चेउक ने कहा कि चूंकि हांगकांग मुस्लिम-अनुकूल टूरिस्ट एरिया के तौर पर विकसित हो रहा है, इसलिए हलाल खाना विदेश से भी लाया जा सकता है.

भले ही मुसलमान नहीं हैं, लेकिन इंपोर्ट करना होगा फूड

उन्होंने कहा, "हांगकांग में भले ही बहुत अधिक मुसलमान न हों, लेकिन हमें बहुत अधिक मात्रा में हलाल फूड बनाने की जरूरत है. आसियान में कई मुस्लिम देश हैं और हम इन देशों से रेस्तरां और भोजन आयात कर सकते हैं."

होटलों में नमाज की जगह

मुस्लिम देशों से ज्यादा टूरिस्ट को अट्रैक्ट करने के मकसद से सरकार के जरिए उठाए गए अन्य कदमों में होटलों को नमाज की जगह बनाने के लिए प्रोत्साहित करना, तथा टैक्सी चालकों को अरबी में जानकारी देने के लिए राजी करना शामिल है.

भारत में हुआ था भारी विवाद

भारत में हलाल फूड को लेकर भारी विवाद हो चुका है. उत्तर प्रदेश में हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट को बैन किया गया है. आरोप लगे कि हलाल धर्म की आड़ में एक समुदाय विशेष में इसे अनर्गल तरीके से प्रचार प्रसार किया जा रहा है. मुसलमानों में जिस प्रोडक्ट पर हलाल सर्टिफिकेट नहीं होता है उसे इस्तेमाल नहीं किया जाता है. कहा गया कि इससे एक विशेष समुदाय के कारोबार पर असर पड़ता है. इसके अलावा यह भी आरोप लगे कि कुछ कंपनियां हलाल सर्टिफिकेट के नाम पर गलत तरीके से फायदा लेने की कोशिश करती हैं.

क्या होता है हलाल फूड?

हलाल शब्द का मतलब जायज़ होता है. यानी वह खाने जिन्हें इस्लाम में जायज़ करार दिया गया है. ऐसे खाने जिन्हें उन चीजों से बनाया जाता है जिन्हें इस्लाम में प्रतिबंधित नहीं किया गया है. जैसे सुअर का गोश्त खाना इस्लाम में हराम है. वहीं शराब और दूसरे नशे भी इस्लाम में मना है. घोड़ा, खच्चर, शेर, चीता और कई दूसरे जानवरों के मीट के सेवन को इस्लाम में मना किया गया है.

क्या होते हैं हलाल प्रोडक्ट्स?

वह प्रोडक्ट्स जिनमें उन चीजों का इस्तेमाल किया जाता है जो इस्लाम में हराम नहीं है. मिसाल के तौर पर दवाई के कैप्सूल में सुअर से मिलने वाले जिलेटिन का न इस्तेमाल होना. इसकी जगह पेड़ से मिलने वाले जिलेटिन या फिर हलाल की हुई बफेलो से मिलने वाला जिलेटिन आदि का इस्तेमाल करना है.

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