Waqf Bill: 29 जनवरी को संसद की संयुक्त समिति की बैठक हुई थी. इस बैठक में जेपीसी पैनल ने बहुमत से अपनी रिपोर्ट स्वीकार कर ली थी. इस दौरान भारी हंगामा हुआ था, जिसके बाद 7 विपक्षी सांसदों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया था.
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Waqf Bill: वक्फ (संशोधन) बिल की जांच कर रही पार्लियामेंट की संयुक्त समिति ने आज यानी 30 जनवरी को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अपनी रिपोर्ट सौंप दी. पैनल के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने बिरला से उनके संसद भवन कार्यालय में मुलाकात की और रिपोर्ट सौंपी.
दरअसल, 29 जनवरी को संसद की संयुक्त समिति की बैठक हुई थी. इस बैठक में जेपीसी पैनल ने बहुमत से अपनी रिपोर्ट स्वीकार कर ली थी, जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्यों द्वारा सुझाए गए बदलाव शामिल थे, जिसके कारण विपक्ष ने इस कवायद को वक्फ बोर्डों को नष्ट करने की कोशिश करार दिया था. वहीं, दावा किया जा रहा है कि इस बिल को बजट सेशन के बाद लोकसभा में पेश किया जाएगा.
क्या है पूरा मामला
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संसद की संयुक्त समिति ने मसौदा कानून पर रिपोर्ट को 15-11 के बहुमत से स्वीकार कर लिया. विपक्षी सदस्यों ने रिपोर्ट पर असहमति नोट प्रस्तुत किए. बीजेपी सदस्यों ने जोर देकर कहा कि पिछले साल अगस्त में लोकसभा में पेश किया गया विधेयक वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में आधुनिकता, पारदर्शिता और जवाबदेही लाने का प्रयास करता है.
दो दिन पर भारी हंगामा
वक्फ संशोधन बिल को लेकर जेपीसी की 24 जनवरी को बैठक हुई थी. इस बैठक में भारी हंगामा हुआ था, जिसके बाद जेपीसी चीफ ने कई विपक्षी सांसदों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया था. इसमें हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी को भी एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया था.
क्यों हुआ था हंगामा
दरअसल, वक्फ बिल पर जेपीसी कश्मीर के धार्मिक चीफ मीरवाइज उमर फारूक की अगुआई में एक प्रतिनिधिमंडल के विचार सुनने वाली थी. इससे पहले जेपीसी के सभी सदस्य आपस में चर्चा कर रहे थे. इसी दौरान बीजेपी सांसदों ने दिल्ली चुनाव से पहले वक्फ रिपोर्ट जल्द स्वीकार करने का दवाब बनाने लगे थे, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया और बीजेपी और विपक्षी सांसद आमने-सामने आ गए, और जमकर नोकझोक हुई.