Naqab: महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नीतेश राणे ने शिक्षा मंत्री से गुजारिश की है कि वह मुस्लिम औरतों को बुर्का पहन कर बोर्ड एग्जाम देने की इजाजत न दें. इस पर सपा नेता अबू आसिम आजमी ने कहा है कि किसी को बुर्का उतारने की इजाजत नहीं है.
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Naqab: महाराष्ट्र के मंत्री नीतेश राणे ने हाल ही में हिजाब और नकाम का मुद्दा उठाया है. उन्होंने बुधवार को राज्य के शिक्षा मंत्री दादा भुसे को एक खत लिखा, इसमें 10वीं और 12वीं के बोर्ड इम्तेहान के लिए परीक्षा केंद्रों पर बुर्का पहनने पर पाबंदी लगाने की गुजारिश की है. उन्होंने ऐसा नकल रोकने के लिए कहा है. उनका कहना है कि हिंदू और मुस्लिम छात्रों के लिए एक तरह के नियम होने चाहिए. इस पर समाजवादी पार्टी के नेता अबू असिम आजमी ने जवाब दिया है.
सपा नेता ने दिया जवाब
समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी ने कहा है कि "हिजाब मुस्लिम धर्म का हिस्सा है, बोर्ड की परीक्षा देने वाली मुस्लिम छात्रों के हिजाब पर पाबंदी लगाना नफरत की राजनीती और गैर संविधानिक है. मेरी मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस जी से मांग है की नफरत फैलाने वाले ऐसे लोगों की ज़ुबान को बंद करें." उन्होंने आगे कहा है कि अगर किसी को लगता है कि लड़कियां बुर्के की आड़ में नकल कर लेंगी तो एग्जाम हॉल में दाखिल होने से पहले औरतें अकेले में उनकी तलाशी ले सकती हैं.
नीतेश राणे ने दिया विवादित बयान
ख्याल रहे कि इससे पहले नीतेश राणे ने अपने बयान में कहा था कि "महाराष्ट्र में हिंदुत्व की विचारधारा का पालन करने वाली महायुति सरकार तुष्टिकरण की राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगी." उन्होंने कहा कि "जो लोग हिजाब या बुर्का पहनना चाहते हैं, वे घर पर ऐसा कर सकते हैं, लेकिन परीक्षा केंद्रों पर नहीं. जो नियम हिंदू छात्रों पर लागू होते हैं, वही मुस्लिम छात्रों पर भी लागू होने चाहिए."
बुर्का उतारने की इजाजत नहीं
सपा नेता अबू आसिम ने कहा कि हर लड़की बुर्का नहीं पहनती लेकिन अगर 100 में एक लड़की भी बुर्का पहनती है तो कानून उसे बुर्का उतारने की इजाजत नहीं देता है. सपा नेता ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कहा है कि नीतेश राणे जैसे नेताओं की जबान बंद होनी चाहिए.
कांग्रेस का बयान
इस मामले पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि "भारतीय जनता पार्टी ने कुछ टास्क फोर्स ऐसे तैयार किया है, जो यही काम करें. कुछ ऐसा समूह बनाकर रखा है कुछ नेताओं को जिम्मेदारी दिया वह जहर घोलने का काम करें. दोनों धर्म में दोनों जाति में करते रहो. वोट पाते रहो. आपस में लड़ते रहो और यह जो जहर बोलते हैं. तो उसके लिए सरकार की भूमिका क्या है."