सत्येंद्र नाथ बोस का जन्म 1 जनवरी 1894 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ था. इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई नाडिया जिले के बाड़ा जगुलिया गांव की थी. इसके की पढ़ाई उन्होंने प्रेसिडेंसी कॉलेज से की. साल 1915 में उन्होंने यहां से अप्लाइड मैथ्स से अपनी MSc की.
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Satyendra Nath Bose: आज के समय में ज्यादातर लोगों के दिन की शुरुआत गूगल से होती है. अगर आज आपने ध्यान दिया हो तो आपने देखा होगा कि गूगल ने अपना डिजाइन यानी अपना डूडल बदल दिया है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि आखिर गूगल ने ऐसा क्यों किया है? और डूडल में दिखने वाला ये शख्स कौन है?
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गूगल ने किसे बनाया डूडल?
बता दें, गूगल ने जिनका डूडल बनाया है वो भारत के महान वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस हैं. गूगल ने आज सत्येंद्र नाथ बोस का डूडल बनाकर उन्हें सम्मानित किया है. उन्होंने साल 1920 में क्वॉटम फिजिक्स पर शोध किया था, जिसके बाद उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली. आज तक उन्हें इसी शोध के कारण जाना जाता है. सत्येंद्र नाथ बोस मैथेमैटिशियन और थेओरिटिकल फिजिक्स के महारथी वैज्ञानिक थे.
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यहां से की पढ़ाई पूरी
सत्येंद्र नाथ बोस का जन्म 1 जनवरी 1894 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ था. इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई नाडिया जिले के बाड़ा जगुलिया गांव की थी. इसके की पढ़ाई उन्होंने प्रेसिडेंसी कॉलेज से की. साल 1915 में उन्होंने यहां से अप्लाइड मैथ्स से अपनी MSc की. इसके बाद 1916 में कलकत्ता यूनिवर्सिटी के साइंस कॉलेज में बतौर रिसर्च स्कॉलर एडमिशन लिया. इनके नाम कई बड़ी रिसर्च भी हैं. कुछ साल पहले हिग्स बोसोन यानी गाड पार्टिकल की खोज की गई थी, जिसके बाद सत्येंद्र नाथ बोस खूब चर्चाओं में रहे थे. 4 फरवरी 1974 में वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस का निधन हो गया. उन्होंने अपने जीवन में कई बड़े काम किए. विज्ञान की पढ़ाई से लेकर बंगाली की पढ़ाई को बढ़ावा देने में अपना अहम योगदान दिया.
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