नई दिल्ली: Israel Hamas War: गाजा में इजरायल और हमास के बीच की जंग रोकने के लिए PM बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्लान तैयार कर लिया है. नेतन्याहू ने गाजा के संगठन हमास के सामने ऐसी शर्त रख दी है, जो इसके टॉप लीडर शायद ही माने. चलिए, जानते हैं कि इजरायल के पीएम ने ऐसी कौनसी शर्त रखी है, जो जानकर हर कोई चौंक गया है.
इजरायल ने क्या शर्त रखी?
इजरायल ने शर्त रखी है कि हमास गाजा को छोड़कर चला जाए. हमास के सीनियर या टॉप लीडर्स दूसरे देशों में निर्वासित हो जाएं. इसके बदले में इजरायल भी गाजा के बड़े कमांडरों को भी रिहा कर देगा. ये वे कमांडर हैं, जिन्हें इजरायल ने पहले चरण में नहीं छोड़ा था. मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक, इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान ये प्लान तय हुआ है.
युद्ध विराम आगे बढ़ाना चाहता है इजरायल
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में ट्रंप से मीटिंग के दौरान कहा था कि वह 42 दिन के युद्ध विराम के समझौते को आगे बढ़ना चाहते हैं. इजरायल बातचीत के आधार पर और बंधकों के अनुपात के अनुसार अधिक फिलिस्तीनियों को छोड़ने के लिए भी तैयार है.
हमास मानेगा या नहीं?
अमेरिकी खुफिया विभाग का मानना है कि हमास गाजा पट्टी से अपनी सैन्य तैनाती नहीं हटाने वाला. इसके अलावा, हमास के बड़े आतंकवादी निर्वासन वाली शर्त मानने के लिए भी आसानी से सहमत नहीं होंगे. इसकी संभावना बहुत कम है कि हमास के लीडर्स गाजा छोड़कर चले जाएं. बता दें कि हमास ने ट्रंप का 'विस्थापन' वाला प्लान खारिज कर दिया है.
अब आगे क्या होगा?
व्हाइट हाउस के दूत स्टीव विटकाफ आज यानी गुरुवार को मियामी में कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी से मिलेंगे. इस बैठक में हमास और इजरायल के बीच समझौते के दूसरे चरण पर चर्चा होगी.
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